नमक पुराण
पंचकुला से बरवाला रोड पर बुलंद खड़े मशहूर रामगढ़ के किले के बाहर एक नमक की रेहड़ी लगती है जिसे कैथल जिले के निवासी श्रीमान स्वतंत्र कुमार लगाते हैं और बड़े फक्र से बताते हैं के मैं पांचवीं फेल हूँ और मेरी पत्नी एम् ए पास है। खैर मैंने पूछा के ये व्यापार क्यूँ करते हो स्वतंत्र ने बताया मैंने बड़े व्यापार किये किसी में मेरा पैसा मार लिया गया कभी समान खराब हो गया। यह समस्या मैंने एक दिन अपने गाँव के बुजुर्ग से बताई तो उसने कहा भाई तुम्हारे पूरे परिवार का स्वभाव भुरभरा सा है समान के …