चितपावन ब्राह्मण

चितपावन ब्राह्मणों के बारे में आज भी देश में बहुत कम जानकारी उपलब्ध है। सर रिचर्ड टेंपल जो ब्रिटिश लोक सेवक थे और 1847 से 1880 तक लोकसेवा में रहे थे और 1877 से 1880 तक बॉम्बे के कमिश्नर थे ने उस वक्त के वासराय लॉर्ड लिट्टन को लिखे अपने दो गुप्त पत्रों में चितपावन ब्रह्मणो का जिक्र किया था और उनकी ताकत से परिचित कराया था। रिचर्ड टेंपल कहते हैं ईरान से समुंदर के रास्ते महाराष्ट्र के इलाके मे पहुंचे चितपावन ब्राह्मण पश्चिमी घाट के कोकण इलाके में बहुत बड़े भूभाग में बसते हैं और दुनिया के हरेक काम …

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सर रिचर्ड टेंपल के दो गुप्त पत्र

जुलाई 1879, पूना सर रिचर्ड टेंपल (Sir Richard Temple) भारत के मशहूर लोक सेवक रहे हैं जिन्होंने 1847 से 1880 तक अपनी सेवाएं दी जिनमें पंजाब, सेंट्रल प्रोविंस और बंगाल में इनका कार्यकाल रहा। इनके कार्यकाल का सबसे स्वर्णिम दौर साल 1877 से 1880 तक का था जब ये बॉम्बे के कमिशनर के पद पर थे। उस दौर में भारत के वायसराय लॉर्ड लिट्टन (Lord Litton)vको इन्होंने दो गुप्त पत्र लिखे थे जिनमें बहुत सारी ग्रामर की गलतियाँ थी। इन गलतियों का कारण यह था कि ये दोनों पत्र इन्होंने बड़ी जल्दी और भागम भाग जैसी स्थिति में लिखे थे। …

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अनगिनत खुशियों का एंटरप्राइज

कई बार मुझे ऐसे लगता था कि भाई तूने इतने बखेड़े छेड़ रखें हैं जीवन में कुछ बखेड़े कम कर लेकिन ग्वाला सरकार मुझे एक ऐसे बड़े बखेड़े मैनेजमेंट के पास लेकर गए जहाँ धनी तो उस दिन दुबई गया हुआ था लेकिन मुझे आँखें खोल देने वाला अनुभव मिला और मैंने उसे नाम दिया अनगिनत खुशियों का एंटरप्राइज। ग्वाला सरकार को कुछ फिजोयोथेरेपी का सेशन लेना था और मैं सुबह उनके पास गया हुआ था। पहले उन्होंने मैंने खुद से बनाई हुई हाऊ बिलाऊ की सब्जी खिलाई जिसमें न जाने क्या क्या सामान था मेरी पकड़ में एक बस …

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हमारा भाषाई इतिहास और आजकल के मसले

इसी हफ्ते की शुरुआत में मेरा गुरुग्राम जाना हुआ और मेरे पुराने साथी Jitender Chawla जी के साथ उनके घर पर चाय पकौड़े वाला कार्यक्रम बन गया। देश समाज और इतिहास पर हुई रूटीन चर्चा में मेरे से जितेन्द्र भाई ने सवाल पूछा कि अपने देश में उर्दू भाषा कहाँ से आ गई? इसे चांस कहें या कुछ और थोड़े दिन पहले ही मुझे इन्टरनेट पर रूटीन खोदा पाड़ी करते हुए एक महान आत्मा John Borthwick Gilchrist (1759–1841) के बारे में मालूम चला था जिन्हें फादर ऑफ़ उर्दू के नाम से भी जाना जाता है। जैसे आप चौंक गए वैसे …

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काम की बात इंग्लिश सीखें हाथों हाथ

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आदरणीय किसान भाई , सादर नमस्कार, यह सन्देश आपके बच्चों के लिए भविष्य के लिए महत्वपूर्ण है। इंग्लिश या अंग्रेजी आज भी अपने देश में जहाँ एक तरफ पहाड़ समझी जाती हैं वहीँ दूसरी ओर यह अपने देश में कामयाबी की एक महत्वपूर्ण सीढ़ी भी है। इंग्लिश सीखने के लिए जो एक माहौल चाहिए होता है वो सभी को मिल पाना संभव नहीं है खासकर हमारे गाँव देहात में रहने वाले बच्चों को ऐसा माहौल मिल पाना अभी टेढ़ी खीर ही है। श्रीमान अजीत नागिल जी जानेमाने इंग्लिश लैंग्वेज एक्सपर्ट हैं और ग्रामीण छात्र छात्राओं के साथ इंलिश लैंग्वेज लर्निंग …

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अमरवीर करतार सिंह साराभा की कहानी

अमर वीर करतार सिंह सराभा एक ऐसी चिंगारी का नाम है जिसकी कहानी और जीवन के अनुभवों को देश में ज्यादा बताया ही नहीं गया है। देश के आजादी के लिए पंजाब और बंगाल के लोगों ने जो फाईट मारी उसकी सच्ची कहानियों को भी इतिहासकारों ने स्कूल कालेजों की किताबों से दूर ही रखा है। मुझे पंजाब में रहते हुए बारह साल होने को आये हैं अब जा कर बातें मेरे मन में खुलने लगीं हैं। इधर उधर आने जाने से लोगों से मेल जोल से बातें मालूम चलने लगीं है। अभी थोड़े दिन पहले धनौला पिंड गया था …

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ज्योतिष और खपीटर

एक बार गाम में एक ज्योतिष नै एक कमरा किराए पे ले लिया और डेली गाम के जिज्ञासु कट्ठे कर लिया करता और तरह तराह की बात बताया करता। एक दिन कसूती भीड़ कट्ठी हो रही थी और ज्योतिष बोल्या भाई पुनरवासी के दिन जे किसे भाई ने नीलटांच पक्षी दिख ज्या ते उस भाई न जीते जीते किसे भी चीज़ का तोडा नही रहवेगा। अर मरे पीछे सीधा स्वर्ग में जा गया। एक खपीटर भी उड़े खड़ा खड़ा उसकी बात सुने था। अगले दिन वो खेत का काम अधूरा ऐ छोड़ के यो सोच के जंगल की ओर चाल …

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भारत के कोने कोने में बिजनेस क्रिएटिविटी के स्थानीय चैम्पियन बजा रहे हैं अपनी कामयाबी का डंका

business creativity ka danka

यह साल 2005 था मैं राष्ट्रीय नवप्रवर्तन प्रतिष्ठान (National Innovation Foundation) के साथ मिलकर उत्तर भारत के ग्रामीण इलाकों में आविष्कारकों और परम्परागत ज्ञान धारकों की खोज करने का काम कर रहा था और इस काम में मुझे बहुत अनुभव हो गया था मेरी आँखें भीड़ में से कुछ छोटा सा भी अलग कुछ दिखाई दे तो उसे तुरंत पहचान जाया करती थी और उसके पीछे अक्सर कोई ना कोई आविष्कार मिल ही जाया करता था। ऐसे ही एक दिन अचानक मेरी आँख ने बिजनेस क्रिएटिविटी के चैम्पियन रामजी लाल को पकड़ा और फिर जीवन में बिजनेस क्रिएटिविटी नामक एक …

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वोकल फॉर लोकल का हमारे जीवन में महत्त्व इसके आगे खड़ी चुनौतियां और संभावित समाधान 

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भारत के प्रधानमन्त्री नरेंद्र भाई मोदी जी ने साल 2023 में अपने कार्यक्रम मन की बात के जरिये देशवासियों को संबोधित करते हुए वोकल फॉर लोकल की बात कही थी जिसके मायने बहुत गहरे हैं। बेहद  सरल लगने वाली यह बात हम सभी के जीवन को प्रभावित करने वाली है। पहले तो हम एक बार यह चर्चा कर लेते हैं कि ये वोकल फॉर लोकल है क्या बला? जैसा कि हम सभी जानते हैं कि भारत एक बड़ी मार्किट है जहाँ हर कोई घुसना चाहता है आज से नहीं कभी से, हर कोई यहाँ माल बेचना चाहता है और अपना …

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प्रशांत और उर्मिला ने जीवन में स्थायी सुख चैन शान्ति और ख़ुशी आनंद मौज से भरा गौपालन केन्द्रित मॉडल किया विकसित

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प्रशांत दर्शी और उर्मिला धुरंधर आई.टी. प्रोफेशनल्स हैं और दोनों अमरीका में बड़ी मल्टी नेशनल आई टी कारपोरेशन में काम करते थे। प्रशांत और उर्मिला ने अपने जीवन में एक आर्थिक स्थायित्व पाने के बाद अपनी सांस्कृतिक जड़ों को मजबूत करने के उद्देश्य से भारत में आकर देसी गौ वंश के साथ काम करना शुरू किया। प्रशांत ने अपने साक्षात्कार में बताया कि मेरा नाम प्रशांत दर्शी है और मैं आंध्र प्रदेश के गुंटूर में जन्मा था। मैं और मेरी पत्नी उर्मिला अपनी दो बेटियों अनिका और अदित्री के साथ दिल्ली में रहते हैं और जीवन में स्थायी सुख चैन …

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