अनगिनत खुशियों का एंटरप्राइज
कई बार मुझे ऐसे लगता था कि भाई तूने इतने बखेड़े छेड़ रखें हैं जीवन में कुछ बखेड़े कम कर लेकिन ग्वाला सरकार मुझे एक ऐसे बड़े बखेड़े मैनेजमेंट के पास लेकर गए जहाँ धनी तो उस दिन दुबई गया हुआ था लेकिन मुझे आँखें खोल देने वाला अनुभव मिला और मैंने उसे नाम दिया अनगिनत खुशियों का एंटरप्राइज। ग्वाला सरकार को कुछ फिजोयोथेरेपी का सेशन लेना था और मैं सुबह उनके पास गया हुआ था। पहले उन्होंने मैंने खुद से बनाई हुई हाऊ बिलाऊ की सब्जी खिलाई जिसमें न जाने क्या क्या सामान था मेरी पकड़ में एक बस …