खुदगब्बर तनुज खुराना एक परिचय

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खुदगब्बर तरुण खुराना
खुदगब्बर तनुज खुराना

साल भर पहले की बात है मैं शाहाबाद टाउन में मित्र रजत सतीजा के शो रूम पर एक युवा कारोबारी से मिला था जिसका नाम था तनुज खुराना था और तारीख थी 18 अगस्त 2020 अभी दो दिन पहले मैं फिर शाहबाद गया था और मैंने अपने स्थानीय संपर्क रजत भाई से अपडेट लिया था तो उन्होंने बताया था कि पिछले एक साल में खुदगब्बर ने बहुत तरक्की कर ली है।

शाहबाद जैसे छोटे टाउन से कारोबारी संभावनाओं की आप भला क्या उम्मीद कर सकते हैं? आज मुझे अचनाक से इस छोटे टाउन का देश के हरेक छोटे कस्बे गांव में असीम संभावनाएं नज़र आने लग गयी हैं। आज एक नाकाम दिन था दिन भर कर की भागादौड़ी में जो सोच कर निकला था वो एक काम नही बना फिर एक चाय लगाने के लिए भाई Rajat Satija जी के शो रूम पर पहुंच गया।

पता नही कैसे अचानक से तनुज खुराना का जिक्र हुआ और बस उसके बारे में जानकर मुझे ऐसे लगा कि साक्षात मिलना चाहिए। किस्मत अच्छी थी कि वो तुरंत आ भी गया। कोई एक नज़र में देखे तो कोई यकीन न करे के इस 23 साल के लड़के की टीम में 253 एम्प्लोयी हैं जो तीन राज्यों में डेली सब्जी डिलीवरी का काम करते हैं। मात्र एक वर्ष में खड़े किए गए काम का टर्नओवर दस करोड़ है।

तनुज ने जब बताना शुरू किया तो मुझे लग गया कि आज जो दिखाई दे रहा है इसकी बैकग्राउंड में बहुत कुछ है। तनुज ने बताया कि जब वो मात्र 8 वर्ष का था तो उसके पिताजी का देहांत हो गया। घर मे कमाई का कोई साधन नही था दस वर्ष की बड़ी बहन भी थी तब हालातों को देखते हुए तनुज ने स्कूल छोड़ दिया और एक किरयाने की दुकान पर नौकरी कर ली। चार वर्षों तक किरयाने की दुकान में डिलीवरी बॉय का काम किया और फिर 12 वर्ष की आयु में एक साइकिल खरीदी।

बस इसी साइकिल पर कुछ खरीदने बेचने का काम भी चालू कर दिया। फिर अपनी पढ़ाई भी साथ मे उठा ली। ट्यूशन पढाने भी शुरू कर दिए।फिर एक गोदाम डाल दिया काम को बड़ा करना शुरु किया। फिर एक बड़ा झटका लग गया और बड़े पैसे का नुकसान हो गया। साल 2019 की मार्च में तनुज बताते है कि मोटिवेशनल स्पीकर संदीप माहेश्वरी के एक सेशन से उन्हें प्रेरणा मिली के कुछ बड़ा करना चाहिए तो उन्हें लगा कि सब्जी डिलीवर करने का काम शुरू करना चाहिए और वो भी ऑनलाइन।

अलग बात यह थी कि कटी कटाई सब्जी बस छोंको और बनाओ, यहां तक कि मसाले भी कटे कटाये। तनुज बताते हैं कि बांद्रा मुम्बई से उन्होंने काम शुरू किया और बस फिर कभी पीछे मुड़ कर नही देखा। मैंने इस काम मे बड़े बड़े लोगों को फेल होते हुए देखा है इसीलिए मेरे पास बहुत सारे मुश्किल सवाल थे मैने सारे पूछ डाले मुझे हरेक सवाल का एक स्ट्रेटेजिक नपा तुला जवाब मिला।

जिससे मेरी तसल्ली हुई।तनुज कहते हैं कि मैं 1 वर्ष में दस करोड़ के टर्नओवर पर आ गया हूँ मुझे सिर्फ 100 करोड़ का टर्नओवर तक पहुंचना है उसके बाद मै अपनी कम्पनी को चैरिटेबल मॉड में आगे बढ़ाऊंगा और देश के युवाओं पर पैसा खर्च करूँगा। तनुज की इस कामयाबी में बहुत सारे फैक्टर्स हैं एक मुख्य फैक्टर है कि तनुज पढ़ता बहुत है। इंटरनेट से ढेर सारी किताबें मंगवाता है और कोई भी विषय हो बस रुचि होनी चाहिए घुस जाता है।

तनुज से बात करके ऐसा लगता है कि जैसे किसी बहुत बड़े बिजनेस स्ट्रैटजिस्ट से बात हो रही हो। ह्यूमन रिसोर्स मैनेजमेंट, फाइनेंसियल मैनेजमेंट, बिजनेस स्ट्रेटेजी डेवेलोपेमेंट, फंड्स मैनेजमेंट, इतने सारे विषयों की पूरी प्रैक्टिकल नॉलेज तनुज ने विकसित की हुई है। चलते फिरते बिजनेस स्कूल में तनुज की कहानी अवश्य केस स्टडी के तौर पर डिसकस की जाती रहेगी। तनुज बड़े गर्व से बताते हैं कि उन्होंने कोई लोन कभी नही लिया और इतना बड़ा नेटवर्क बनाने के लिए कभी कहीं नही गए। #खुदगब्बर

तरुण खुराना रजत सतीजा कमल जीत
शाहबाद टाउन में रजत भाई के शोरूम पर तनुज खुराना , रजत सतीजा और कमल जीत दिनांक 18 अगस्त 2020