सेवानिवृत प्रोफेसर एस पी गोयल जी ने दूर दराज इलाकों के छात्र छात्राओं के लिए खोली नयी राह

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इस वीडियो लिंक में जो वक्ता हैं वे प्रोफेसर एस.पी.गोयल जी हैं।


जो चौधरी चरण सिंह हरियाणा कृषि विश्वविधालय से सेवानिवृत हुए हैं और विश्वविधालय की रेगुलर सर्विस को छोड़ने के बाद ही इन्होंने अपने जीवन में एक बड़ा लक्ष्य तय किया कि विश्वविधालय में पढ़ने वाले छात्र छात्राओं को बड़े कैरियर की ओर प्रयास करने के लिए उनके हाथ मजबूत करूँगा।

यह सोच कर इन्होंने एक व्हाट्स एप ग्रुप बना कर उसमें हर रोज दो अखबार दी हिंदू और इंडियन एक्स्प्रेस को पढ़ कर उसमें से महत्वपूर्ण विश्लेषण और सवाल जवाब बनाने शुरू किये।

दो सालों में धीरे धीरे 523 छात्र छात्राएं व्हाट्स एप ग्रुप में अध्यन करने लग गए।

तीन महीने पहले डॉ साहब से मुझे दोबारा मिलने का अवसर मिला और इन्होंने मुझे अपने काम के बारे में बताया तो मुझे महसूस हुआ कि किसान अकादमी को साल 2017 से हम अलग अलग तरीके और प्लेटफॉर्म पर चला ही रहे हैं क्यों ना हम ऐसे छात्र छात्राओं के लिए व्यवस्थाएँ बनाएं जो महंगी कोचिंग में नहीं पढ़ सकते लेकिन उनका कुछ नया करने का मन है।

यह विचार मैंने साइलेक्स पॉवर (In the service of Nation) के जनक महाबली Sandeep Singh जी से साझा किया तो उन्होंने कहा कि कुछ तो कर ही लेंगे।

बस www.kisanaacademy.com पर आज 126 छात्र छात्राएं पढ़ रहे हैं। डॉ एस पी गोयल सुबह छह सक्रिय हो जाते हैं और दो अखबारों के अध्यन मनन और विश्लेषण के बाद मॉक टेस्ट बनाते हैं और एक वीडियो भी बनाते हैं जिसमें वो यह बताते हैं कि अखबार को पढ़ना कैसे है।

डॉ गोयल अपने जीवन में फाइटर रहे हैं साल 2008 में किसान संचार का सिर्फ एक धुंधला सा विचार ही मेरे मन में हुआ करता था तब उसे हवा लगाने और पटरी पर चढ़ाने के लिए डॉ गोयल जी ने अपनी समझ मार्गदर्शन और सोशल संसाधनों का प्रयोग किया था।

किसान मजदूरों के लिए प्रोफेसर गोयल का सन्देश

मेरे किसान और मजदूर भाइयों मैंने 41 तक एक वैज्ञानिक के तौर पर आपके साथ कंधे से कंधा मिलाकर काम किया है मैं इस बात को अच्छी तरह से समझता हूँ कि किसान और मजदूर परिवार में एक सरकारी नौकरी कितना बड़ा सहारा होती है। आज के दौर में अपने बच्चो को अफसर बनाने का ख्वाब देखना एक किसान और मजदूर परिवार के लिए एक बहुत बड़ा पहाड़ है जिसे चढ़ना कोई हंसी खेल नहीं है क्यूंकि शहरों में कोचिंग के बहुत ज्यादा पैसे लगते हैं।

आज मोबाइल कि पहुँच हमारे घरों तक तक और इसके माध्यम से भी पढ़ाई लिखाई हो सकती हैं आप अपने बच्चों से कहो कि वे सिविल सर्विसेज एग्जाम का सपना देखें मैं उनकी तैयारी करवाउंगा और प्लस टू कक्षा के बाद आप उन्हें मेरे साथ जोड़ दें मैं हर रोज उनको एक घंटा देश में हुई घटनाओं की समीक्षा करके उन्हें समझाऊंगा और उनका उत्साहवर्धन करूंगा। दो तीन साल में वे पूरी तरह से तैयार हो जायेंगे और कहीं ना कहीं अच्छी नौकरी में फिट हो जायेंगे।

मेरे साथ जुड़ने के लिए उन्हें कहें कि www.kisanacademy.com पर जा कर News Analysis वाले कोर्स में एनरॉल कर लें और जीवन में एक अच्छी राह पकड़ें।