दैनिक कृषि खबर बुलेटिन 19 अगस्त 2025

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किसान भाईयों नमस्कार आपकी सेवा में प्रस्तुत हैं दैनिक कृषि खबर बुलेटिन 19 अगस्त 2025। मैं और मेरी टीम यहाँ जीरकपुर मोहाली पंजाब में बैठ कर पूरे देश के कृषि सेक्टर पर नज़र रखते हैं और इस सेक्टर में पूरे देश में क्या घटनाएँ घट रही हैं जिन्हें आपके लिए जानना बेहद जरूरी होता है। हम बड़ी मेहनत से यह बुलेटिन तैयार करते हैं ताकि आप इन जानकारियों का उपयोग अपने ज्ञानवर्धन और सरकारी स्कीमों योजनाओं का लाभ उठाने के लिए कर सकें। साथ में यह भी जान सकें कि देश भर में अलग अलग राज्यों में कृषि से जुड़े अलग अलग सेक्टर्स में क्या हुआ है। आईये पढ़ें आज का 19 अगस्त 2025 मंगलवार का बुलेटिन।

मौसम समाचार (Weather News)

महाराष्ट्र (Maharashtra)

अमरावती में भारी बारिश से फसलें तबाह, बाढ़ का खतरा बढ़ा
अमरावती (Amravati) जिले में भारी बारिश ने कहर बरपाया है, जहां 2 हजार 224 हेक्टर भूमि पर फसलें प्रभावित हुई हैं। बाढ़ के कारण 89 घर ढह गए और 50 नागरिक नांदगाव (Nandgaon) में फंस गए। आईएमडी (IMD) ने अमरावती के लिए ऑरेंज अलर्ट (Orange Alert) जारी किया है, जिसमें भारी से बहुत भारी बारिश, आकाशीय बिजली और तूफान की चेतावनी है। अन्य जिलों जैसे गढ़चिरोली (Gadchiroli) में भी 19 अगस्त को भारी बारिश की संभावना है। किसानों की सोयाबीन (Soybean), कपास (Cotton) और ज्वार (Jowar) की फसलें डूब गई हैं, जिससे आर्थिक नुकसान हुआ है। सरकार ने सर्वेक्षण शुरू कर दिया है, लेकिन किसान तत्काल सहायता की मांग कर रहे हैं। पालघर (Palghar) जिले में हालांकि बारिश से धान (Rice) की फसल को फायदा पहुंचा है, लेकिन कुल मिलाकर राज्य में बारिश से फसलें प्रभावित हुई हैं। मुंबई (Mumbai), पुणे (Pune) और कोल्हापुर (Kolhapur) के लिए रेड अलर्ट (Red Alert) जारी है, जहां पंचगंगा नदी (Panchganga River) खतरे के निशान से ऊपर बह रही है। कई गांवों का संपर्क टूट गया है, और बचाव कार्य जारी हैं।

नांदेड में बादल फटने से फसलें बर्बाद, एसडीआरएफ ने बचाव अभियान चलाया
नांदेड (Nanded) जिले में बादल फटने से भारी तबाही मची है, जहां 206 मिलीमीटर बारिश दर्ज की गई है। पांच लोग लापता हैं और कई फंसे हुए हैं, विशेषकर मुखेड तालुका (Mukhed Taluka) में। एसडीआरएफ (SDRF) और एनडीआरएफ (NDRF) ने 21 लोगों को रवंगांव (Ravangaon) और हसनल (Hasnal) से बचाया है। फसलों को व्यापक नुकसान पहुंचा है, जिसमें सोयाबीन (Soybean) और कपास (Cotton) प्रमुख हैं। लेंडी बांध (Lendi Dam) का जल स्तर बढ़ने से बाढ़ का खतरा बढ़ गया है, जो महाराष्ट्र और तेलंगाना (Telangana) के बीच का सिंचाई प्रोजेक्ट है। आसपास के जिलों जैसे लातूर (Latur) और उदगीर (Udgir) से पानी आने से स्थिति गंभीर है। किसानों ने फसल नुकसान का आकलन मांगा है, और सरकार ने सैन्य इकाइयों को तैनात किया है। यह घटना उत्तर हिमालयी राज्यों (North Himalayan States) में क्लाउडबर्स्ट (Cloudbursts) की बढ़ती घटनाओं का हिस्सा है। बचाव कार्यों में स्थानीय पुलिस भी शामिल है, और किसानों को सुरक्षित स्थानों पर ले जाया जा रहा है।

आंध्र प्रदेश और तेलंगाना (Andhra Pradesh and Telangana)

आईएमडी ने रेड अलर्ट जारी, तीन दिनों में भारी बारिश की चेतावनी
आईएमडी (IMD) ने तेलंगाना (Telangana) और आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh) के लिए रेड अलर्ट (Red Alert) जारी किया है, जहां अगले तीन दिनों में भारी से अत्यधिक भारी बारिश की संभावना है। बंगाल की खाड़ी (Bay of Bengal) में निम्न दबाव का क्षेत्र डिप्रेशन (Depression) में बदल सकता है, जो दक्षिण ओडिशा (South Odisha) और उत्तर आंध्र (North Andhra) तट पर पहुंचेगा। प्रभावित जिलों में श्रीकाकुलम (Srikakulam), विजयनगरम (Vizianagaram), मयाम (Manyam), अल्लूरी (Alluri), विशाखापत्तनम (Visakhapatnam), अनाकापल्ली (Anakapalli), काकिनाडा (Kakinada), कोना सीमा (Kona Seema), पूर्व गोदावरी (East Godavari), पश्चिम गोदावरी (West Godavari), एलुरु (Eluru), कृष्णा (Krishna), एनटीआर (NTR), गुंटूर (Guntur), बापटला (Bapatla), प्रकाशम (Prakasam), नंदयाल (Nandyal), कुरनूल (Kurnool) और कडपा (Kadapa) शामिल हैं। फसलों पर प्रभाव पड़ सकता है, विशेषकर धान (Paddy) और अन्य खरीफ फसलों पर। मछुआरों को समुद्र में न जाने की सलाह दी गई है, क्योंकि 50 किलोमीटर प्रति घंटा की हवाएं चल सकती हैं। राज्य सरकार ने आपदा प्रबंधन टीमों को अलर्ट पर रखा है। उत्तर आंध्र में भारी बारिश से बाढ़ का खतरा बढ़ गया है, और किसान फसल सुरक्षा के उपाय कर रहे हैं।

हरियाणा (Haryana)

यमुना में बाढ़ का खतरा, फरीदाबाद प्रशासन 24 घंटे अलर्ट पर
फरीदाबाद (Faridabad) जिले में यमुना नदी (Yamuna River) के बढ़ते जल स्तर से बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है, जिससे प्रशासन 24 घंटे अलर्ट मोड पर है। डिप्टी कमिश्नर विक्रम सिंह (Vikram Singh) ने 15 गांवों जैसे मोहना (Mohna), लतीपुर (Latipur) और मंझावली (Manjhawali) की निगरानी के निर्देश दिए हैं। ओखला बैराज (Okhla Barrage) से 60 हजार क्यूसेक और हथनीकुंड बैराज (Hathnikund Barrage) से 1 लाख क्यूसेक पानी छोड़े जाने की संभावना है। यमुनानगर (Yamunanagar) में 178 हजार क्यूसेक पानी पहुंचने से कोहलीवाला गांव (Kohliwala Village) में बाढ़ आ गई है, जहां 25 एकड़ भूमि डूब गई है। खैर के पेड़ (Khair Trees) प्रभावित हुए हैं, और अवैध खनन (Illegal Mining) से कटाव बढ़ गया है। किसान फसल नुकसान से चिंतित हैं, और गांव वाले रात में सुरक्षित स्थानों पर जा रहे हैं। एसडीआरएफ (SDRF) को बसंतपुर (Basantpur) में तैनात किया गया है, और नावें, लाइफ जैकेट (Life Jackets) तैयार हैं।

पश्चिम बंगाल (West Bengal)

निम्न दबाव से भारी बारिश, मछुआरों को चेतावनी
पश्चिम बंगाल (West Bengal) में निम्न दबाव (Low Pressure) के कारण अगले 4-5 दिनों में भारी से मध्यम बारिश, तूफान और बिजली गिरने की संभावना है। डिप्रेशन (Depression) अगले 12 घंटों में गहरा हो सकता है, लेकिन राज्य पर सीधा प्रभाव नहीं पड़ेगा। उत्तर बंगाल के जिलों जैसे दार्जिलिंग (Darjeeling), कलिम्पोंग (Kalimpong), जलपाईगुड़ी (Jalpaiguri), अलीपुरद्वार (Alipurduar) और कूच बिहार (Cooch Behar) में भारी बारिश होगी। दक्षिण बंगाल में पूर्व मेदिनीपुर (Purba Medinipur), दक्षिण 24 परगना (South 24 Parganas), बैंकुरा (Bankura), झारग्राम (Jhargram), कोलकाता (Kolkata), हावड़ा (Howrah) और नदिया (Nadia) प्रभावित होंगे। 30-40 किलोमीटर प्रति घंटा की हवाएं चल सकती हैं। मछुआरों को 22 अगस्त तक समुद्र में न जाने की सलाह है। फसलों पर प्रभाव पड़ सकता है, लेकिन विशिष्ट विवरण उपलब्ध नहीं हैं।

गुजरात (Gujarat)

भारी बारिश से 76 बांध भरे, खरीफ बुआई 87 प्रतिशत पहुंची
गुजरात (Gujarat) में भारी बारिश से 76 बांध भर गए हैं, जिसमें सरदार सरोवर (Sardar Sarovar) शामिल है, और 70-100 प्रतिशत क्षमता पर हाई अलर्ट है। राज्य ने औसत मौसमी वर्षा का 68.91 प्रतिशत प्राप्त किया है, दक्षिण गुजरात (South Gujarat) में 72 प्रतिशत और उत्तर गुजरात (North Gujarat) में 71 प्रतिशत। इससे खरीफ बुआई (Kharif Sowing) 87 प्रतिशत तक पहुंच गई है, जिसमें मूंगफली (Groundnut) 20 लाख हेक्टर, कपास (Cotton) 27.3 लाख हेक्टर और धान (Paddy) 8.43 लाख हेक्टर पर। 22 अगस्त तक भारी बारिश की भविष्यवाणी है, और ऑरेंज अलर्ट (Orange Alert) जारी है। किसानों को फायदा हुआ है, लेकिन बाढ़ का खतरा भी है।

अन्य राज्य (Other States)

देश के 7 खतरनाक जोन में क्लाउडबर्स्ट का खतरा
देश के उत्तरी हिमालयी राज्यों (North Himalayan States) में क्लाउडबर्स्ट (Cloudbursts) और फ्लैश फ्लड (Flash Floods) से तबाही मची है, जहां वर्षा के आंकड़े भ्रामक साबित हो रहे हैं। जम्मू-कश्मीर (Jammu and Kashmir) में किश्तवार (Kishtwar) और कठुआ (Kathua) में 60 से अधिक मौतें हुई हैं। हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में कुल्लू (Kullu), किन्नौर (Kinnaur) और मनाली (Manali) प्रभावित हैं। उत्तराखंड (Uttarakhand) में केदारनाथ (Kedarnath), चमोली (Chamoli) और पिथौरागढ़ (Pithoragarh) में फसलें बर्बाद हुई हैं। सिक्किम (Sikkim), अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh), महाराष्ट्र (Maharashtra) और केरल (Kerala) भी खतरे में हैं। फसलें डूब गई हैं, और किसान आर्थिक संकट में हैं। वैश्विक तापन (Global Warming) से घटनाएं बढ़ रही हैं।

कृषि व्यवसाय समाचार (Agribusiness News)

केरल (Kerala)

ओक्कल बीज उत्पादन केंद्र देश का पहला कार्बन संतुलित फार्म
केरल (Kerala) के एर्नाकुलम (Ernakulam) जिले में ओक्कल बीज उत्पादन केंद्र (Okkal Seed Production Center) को देश का पहला प्रमाणित कार्बन संतुलित फार्म (Certified Carbon-Balanced Farm) घोषित किया गया है। सीडब्ल्यूआरडीएम (CWRDM) की अध्ययन के अनुसार, 2024 में 221.67 टन कार्बन समकक्ष गैसें उत्सर्जित हुईं, जिसमें धान की खेती (Paddy Cultivation) से 149.25 टन शामिल हैं। कार्बन स्टॉक (Carbon Stock) 767.34 टन है, और यूएनएफसीसीसी (UNFCCC) प्रोजेक्ट से संतुलन हासिल किया गया। सिफारिशों में सोलर पैनल (Solar Panels), इलेक्ट्रिक वाहन (Electric Vehicles) और वैकल्पिक गीलापन-सुखाना तकनीक (Alternate Wetting and Drying) शामिल हैं। यह मॉडल केरल के 2050 तक कार्बन न्यूट्रल (Carbon Neutral) लक्ष्य में मदद करेगा। किसानों को पर्यावरण अनुकूल उत्पादों से बाजार मूल्य बढ़ेगा।

उडुम्बन्नूर में नई हनी स्टार्टअप, किसानों को फायदा
केरल (Kerala) के इडुक्की (Idukki) में उडुम्बन्नूर (Udumbannoor) गांव से उडुम्बन्नूर हनी (Udumbannoor Honey) स्टार्टअप शुरू हुआ है, जो राज्य का पहला ऑर्गेनिक हनी गांव (Organic Honey Village) है। 2021 से शुरू, हॉर्टीकॉर्प (Horticorp) के सहयोग से 500 से अधिक मधुमक्खी पालन इकाइयां (Beekeeping Units) हैं। प्रत्येक इकाई से 500-750 ग्राम शहद मिलता है, और 400 ग्राम पैक में बिक्री शुरू हुई है। किसानों को 2000 रुपये की इकाई पर 1000 रुपये सब्सिडी और मुफ्त प्रशिक्षण मिलता है। यह किसानों की आय बढ़ाएगा और व्यावसायिक संभावनाएं पैदा करेगा।

रंबूटान किसान संकट में, जलवायु परिवर्तन और मूल्य गिरावट से प्रभावित
केरल (Kerala) में रंबूटान (Rambutan) किसान जलवायु परिवर्तन (Climate Change) और मूल्य गिरावट से संकट में हैं। एर्नाकुलम (Ernakulam), कोट्टायम (Kottayam), पथानमथिट्टा (Pathanamthitta) और इडुक्की (Idukki) जिलों में मौसम में देरी से उत्पादन बढ़ा, लेकिन मूल्य 250-300 रुपये से गिरकर 100 रुपये हो गया। तमिलनाडु (Tamil Nadu) से व्यापार कम होने से फसल सड़ रही है। हॉर्टीकॉर्प (Horticorp) ने 3 टन एकत्र किया है, और किसान नेट (Nets) लगा रहे हैं। कृषि मंत्री पी प्रसाद (P Prasad) ने सहायता का निर्देश दिया है।

बांग्लादेश (Bangladesh)

बंदरबान में मधुमक्खी पालन बढ़ा, व्यावसायिक संभावना
बांग्लादेश (Bangladesh) के बंदरबान (Bandarban) में मधुमक्खी पालन (Beekeeping) बढ़ रहा है, जहां रोआंगछारी उपजिला (Roangchhari Upazila) के टेटुलिया पारा (Tetulia Para) से शुरू होकर रुमा (Ruma), थांची (Thanchi) और अन्य उपजिलों में फैला है। 2012 से 150 लोग प्रशिक्षित हैं, और प्रत्येक छत्ते से 2-3 किलोग्राम शहद हर दो महीने में मिलता है, जो 1800-2000 टका प्रति किलोग्राम बिकता है। महिलाएं जैसे मलाप्रू मार्मा (Malapru Marma) भी शामिल हैं। कृषि विस्तार विभाग (Agriculture Extension Department) ने सहायता दी है, और व्यावसायिक उत्पादन की संभावना है।

डाल और चीनी आयात की अनुमति, बाजार स्थिरता के लिए
बांग्लादेश (Bangladesh) सरकार ने निजी क्षेत्र से 5 लाख टन मसूर दाल (Lentils) और 5 लाख टन चीनी (Sugar) आयात की अनुमति दी है, ताकि बाजार में आपूर्ति और मूल्य स्थिर रहें। सिंक्स ऑटोमेशन टेक्नोलॉजी लिमिटेड (Sinks Automation Technology Limited) द्वारा आयात होगा, जो बीएसटीआई (BSTI) मानकों का पालन करेगा। यह कृषि आयात नीति 2021-2024 (Import Policy Order 2021-2024) के तहत है, और किसानों पर प्रभाव पड़ सकता है।

वैश्विक/राष्ट्रीय (Global/National)

राइस ब्रान ऑयल बाजार में 9.2 प्रतिशत सीएजीआर से वृद्धि
राइस ब्रान ऑयल (Rice Bran Oil) बाजार 2025 में 9.47 बिलियन अमेरिकी डॉलर से 2035 तक 22.83 बिलियन तक पहुंचेगा, 9.2 प्रतिशत सीएजीआर (CAGR) से। हृदय स्वास्थ्य (Heart-Healthy) के लिए मांग बढ़ रही है, जिसमें ओरिजानोल (Oryzanol), टोकोफेरॉल (Tocopherols) और टोकोट्राइनोल (Tocotrienols) हैं। भारत (India), थाईलैंड (Thailand) और वियतनाम (Vietnam) निर्यातक हैं, जबकि अमेरिका (USA), यूरोप (Europe) और चीन (China) आयातक। कृषि के लिए चावल उत्पादन (Rice Production) बढ़ेगा, और टिकाऊ निष्कर्षण (Sustainable Extraction) पर फोकस है। प्रमुख कंपनियां रिसेला ग्रुप (Ricela Group) और कारगिल (Cargill) हैं।

सोयाबीन मूल्यों में उतार-चढ़ाव, अदरक बढ़ा
महाराष्ट्र (Maharashtra) में सोयाबीन (Soybean) के मूल्य में उतार-चढ़ाव है, जबकि हल्दी (Turmeric) और उड़द (Urad) स्थिर हैं। अदरक (Ginger) के दाम बढ़े हैं, और पपीता (Papaya) टिका हुआ है। बाजार में रुझान किसानों को प्रभावित कर रहे हैं, लेकिन विशिष्ट बाजार स्थान उपलब्ध नहीं हैं।

सरकारी योजनाएं (Government Schemes)

राष्ट्रीय (National)

प्रधानमंत्री विकसित भारत रोजगार योजना शुरू, 3.5 करोड़ नौकरियां
प्रधानमंत्री विकसित भारत रोजगार योजना (Pradhan Mantri Viksit Bharat Rozgar Yojana) का पोर्टल लाइव हो गया है, जिसमें 1 लाख करोड़ रुपये से 3.5 करोड़ नौकरियां सृजित होंगी। कर्मचारियों को 15 हजार रुपये प्रोत्साहन (Incentive) मिलेगा, दो किस्तों में। नियोक्ताओं को 3 हजार रुपये प्रति माह, दो वर्षों के लिए। आवेदन https://pmvbry.epfindia.gov.in या उमंग ऐप (UMANG App) से। 1 अगस्त 2025 से 31 जुलाई 2027 तक नौकरियां मान्य। निर्माण क्षेत्र (Construction Sector) में चार वर्ष। ग्रामीण नौकरियों पर फोकस है।

प्रधानमंत्री विकसित भारत रोजगार योजना नियोक्ताओं के लिए पंजीकरण शुरू

नई दिल्ली, 19 अगस्त 2025: केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री विकसित भारत रोजगार योजना (PMVBRY) के तहत नियोक्ताओं (Employers) के लिए पंजीकरण प्रक्रिया शुरू कर दी है। नियोक्ता अब योजना के आधिकारिक पोर्टल (https://pmvbry.epfindia.gov.in या https://pmvbry.labour.gov.in) पर जाकर एकमुश्त पंजीकरण (One-Time Registration) प्रक्रिया पूरी कर सकते हैं। यह योजना श्रम और रोजगार मंत्रालय (Ministry of Labour & Employment) द्वारा कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) के माध्यम से लागू की जाएगी, जो कर्मचारी भविष्य निधि और विविध प्रावधान अधिनियम, 1952 (Employees’ Provident Funds & Miscellaneous Provisions Act, 1952) के तहत एक वैधानिक निकाय है।

पंजीकरण प्रक्रिया

पहली बार इस योजना में शामिल होने वाले सभी नियोक्ताओं और कर्मचारियों को यूनिवर्सल अकाउंट नंबर (UAN) जनरेट करना अनिवार्य है। यह प्रक्रिया उमंग ऐप (UMANG App) पर उपलब्ध फेस ऑथेंटिकेशन टेक्नोलॉजी (Face Authentication Technology – FAT) के माध्यम से पूरी की जाएगी। यह तकनीक पंजीकरण को सुरक्षित और आसान बनाती है, जिससे नियोक्ता और कर्मचारी दोनों को योजना का लाभ उठाने में सुविधा होगी।

योजना के लाभ

प्रधानमंत्री विकसित भारत रोजगार योजना नियोक्ताओं और कर्मचारियों दोनों के लिए कई लाभ प्रदान करती है। यह योजना न केवल रोजगार सृजन (Job Creation) को बढ़ावा देती है, बल्कि सामाजिक सुरक्षा (Social Security) और कार्यबल की स्थिरता (Workforce Stability) को भी मजबूत करती है। योजना के प्रमुख लाभ इस प्रकार हैं:

कर्मचारियों के लिए लाभ (Benefits for Employees):

  1. रोजगार का औपचारीकरण (Formalization of Job): सामाजिक सुरक्षा कवरेज (Social Security Coverage) के विस्तार के माध्यम से कर्मचारियों को औपचारिक रोजगार का लाभ मिलेगा।
  2. नौकरी पर प्रशिक्षण (On-Job Training): पहली बार नौकरी करने वालों को प्रशिक्षण प्रदान कर उनकी रोजगार योग्यता (Employability) बढ़ाई जाएगी।
  3. निरंतर रोजगार (Sustained Employment): योजना कर्मचारियों को लंबे समय तक रोजगार बनाए रखने में मदद करेगी।
  4. वित्तीय साक्षरता (Financial Literacy): कर्मचारियों को वित्तीय प्रबंधन (Financial Management) के कौशल सिखाए जाएंगे, जो उनकी आर्थिक स्थिति को मजबूत करेंगे।

नियोक्ताओं के लिए लाभ (Benefits for Employers):

  1. रोजगार सृजन की लागत में कमी (Offset Cost of Job Creation): अतिरिक्त रोजगार सृजन की लागत को कम करने में सहायता मिलेगी।
  2. कार्यबल की स्थिरता और उत्पादकता (Workforce Stability and Productivity): योजना के तहत नियोक्ताओं को स्थिर और उत्पादक कार्यबल (Workforce) बनाने में मदद मिलेगी।
  3. सामाजिक सुरक्षा कवरेज को प्रोत्साहन (Incentivize Social Security Coverage): यह योजना नियोक्ताओं को सामाजिक सुरक्षा योजनाओं में भाग लेने के लिए प्रोत्साहित करेगी।

योजना का महत्व

प्रधानमंत्री विकसित भारत रोजगार योजना का उद्देश्य देश में रोजगार के अवसरों (Employment Opportunities) को बढ़ाना और कर्मचारियों को सामाजिक सुरक्षा प्रदान करना है। यह योजना खासकर उन युवाओं के लिए महत्वपूर्ण है जो पहली बार नौकरी शुरू कर रहे हैं। EPFO के माध्यम से लागू होने वाली यह योजना नियोक्ताओं को अतिरिक्त रोजगार सृजन के लिए प्रोत्साहित करेगी, जिससे अर्थव्यवस्था (Economy) को मजबूती मिलेगी।

कैसे करें आवेदन?

नियोक्ता योजना के लाभ उठाने के लिए आधिकारिक पोर्टल पर जाकर पंजीकरण कर सकते हैं। पंजीकरण प्रक्रिया पूरी करने के बाद, नियोक्ता अपने कर्मचारियों के लिए UAN जनरेट कर सकते हैं। यह प्रक्रिया उमंग ऐप के माध्यम से तेज और सुरक्षित है। योजना से संबंधित अधिक जानकारी के लिए नियोक्ता और कर्मचारी आधिकारिक वेबसाइट (Official Website) पर जा सकते हैं।

यह योजना विकसित भारत (Viksit Bharat) के विजन को साकार करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम है, जो रोजगार सृजन और सामाजिक सुरक्षा को बढ़ावा देगी।

पीएम जन धन में 23 प्रतिशत खाते निष्क्रिय
पीएम जन धन योजना (PM Jan Dhan Yojana) में 56.04 करोड़ खातों में से 13.04 करोड़ (23 प्रतिशत) निष्क्रिय हैं। उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) में 2.75 करोड़, बिहार (Bihar) में 1.39 करोड़। ग्रामीण वित्त (Rural Finance) प्रभावित है, और सरकार ग्राम पंचायत स्तर पर सैचुरेशन कैंपेन चला रही है।

उद्यम प्लेटफॉर्म पर 4500 से अधिक महिलाएं पंजीकृत
केंद्रीय उद्यम प्लेटफॉर्म (Udyam Platform) पर 4500 से अधिक महिलाओं ने पंजीकरण किया है, जो उद्यम सखी पोर्टल (Udyam Sakhi Portal) से जुड़ा है। महिलाओं को मुद्रा योजना (Mudra Scheme) और प्रधानमंत्री रोजगार सृजन कार्यक्रम (Prime Minister’s Employment Generation Programme) से लाभ। कृषि व्यवसाय (Agro-Business) पर फोकस है।

पीएमएफबीवाई 2025: 30 अगस्त तक फसल बीमा कराएं
पीएम फसल बीमा योजना (PMFBY) 2025 के लिए 30 अगस्त तक आवेदन करें, जो बाढ़ (Floods), सूखा (Droughts) और कीट हमलों से सुरक्षा देती है। प्रीमियम 2 प्रतिशत, सरकार सब्सिडी देती है। फसलें जैसे चावल (Rice), मक्का (Maize), सोयाबीन (Soybean) शामिल। 35 लाख किसानों को 3900 करोड़ वितरित।

मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh)

मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना: 6000 रुपये वार्षिक सहायता
मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh) में मुख्यमंत्री किसान कल्याण योजना (Mukhyamantri Kisan Kalyan Yojana) से किसानों को 6000 रुपये वार्षिक मिलते हैं, तीन किस्तों में। पीएम किसान सम्मान निधि (PM Kisan Samman Nidhi) से जुड़ी है। 83 लाख किसानों को 17500 करोड़ वितरित। आवेदन पीएम किसान पोर्टल (PM Kisan Portal) से। पात्रता: मध्य प्रदेश निवासी, कृषि भूमि मालिक।

कृषि प्रौद्योगिकी और नवाचार (Agricultural Technology and Innovation)

बिहार (Bihar)

एरोपोनिक तकनीक से आलू बीज उत्पादन, किसानों को लाभ
बिहार (Bihar) में पहली बार एरोपोनिक तकनीक (Aeroponic Technology) से आलू बीज (Potato Seed) उत्पादन शुरू हुआ है, नालंदा (Nalanda) के हॉर्टिकल्चर कॉलेज (Horticulture College) में। बिहार कृषि विश्वविद्यालय (Bihar Agricultural University) के तहत, वाइस चांसलर डॉ डीआर सिंह (Dr D.R Singh) ने घोषणा की। प्रक्रिया: टिशू कल्चर (Tissue Culture) से वायरस-मुक्त बीज, हवा में लटकाकर पोषक तत्व दिए जाते हैं। प्रति पौधा 400-500 मिनी ट्यूबर (Mini-Tubers) मिलते हैं। 4.20 करोड़ रुपये का प्रोजेक्ट, 30 प्रतिशत उत्पादन बढ़ाएगा। 16 कृषि विज्ञान केंद्रों (Agricultural Science Centers) पर विस्तार।

उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh)

रेल पटरियों के बीच पहला हटाने योग्य सोलर पैनल सिस्टम
वाराणसी (Varanasi) में बनारस लोकोमोटिव वर्क्स (Banaras Locomotive Works) ने रेल पटरियों के बीच 15 किलोवाट क्षमता का पहला हटाने योग्य सोलर पैनल सिस्टम (Removable Solar Panel System) स्थापित किया है। 70 मीटर पर 28 पैनल, रबर माउंटिंग (Rubber Mounting) से लगाए गए। सालाना 3.21 लाख यूनिट बिजली, नेट जीरो कार्बन (Net-Zero Carbon) में मदद। ग्रामीण क्षेत्रों में उपयोगी, जहां भूमि कम है।

वैश्विक (Global)

कॉटन फैब्रिक फिनिशिंग में फॉर्मेल्डिहाइड-मुक्त नवाचार
उत्तर कैरोलिना स्टेट यूनिवर्सिटी (North Carolina State University) ने एपॉक्सीडाइज्ड कॉटनसीड ऑयल (Epoxidised Cottonseed Oil – ECSO) से कॉटन फैब्रिक (Cotton Fabric) को जलरोधक (Waterproof) बनाने का तरीका विकसित किया है। फॉर्मेल्डिहाइड (Formaldehyde) और पीएफएएस (PFAS) मुक्त, पर्यावरण अनुकूल। वाटर कॉन्टैक्ट एंगल (Water Contact Angle) 125 डिग्री, सिलुलोज फाइबर्स (Cellulose Fibers) से बंधता है। 2022 में 4.03 मिलियन टन कॉटनसीड ऑयल (Cottonseed Oil) उत्पादन का उपयोग। कृषि बायप्रोडक्ट (Byproduct) से मूल्य वृद्धि।

अनाज सफाई मशीन बाजार 2025-2030 में नवाचार
अनाज सफाई मशीन (Grain Cleaning Machine) बाजार 2025-2030 में बढ़ेगा, एआई (AI), आईओटी (IoT) और मशीन लर्निंग (Machine Learning) से। बुहलर एजी (Buhler AG), एजीसीओ (AGCO) जैसी कंपनियां नवाचार कर रही हैं। टिकाऊ ऊर्जा (Sustainable Energy), मोबाइल यूनिट (Mobile Units)। कृषि में गुणवत्ता बढ़ाएगा, और वैश्विक मानकों का पालन।

फसल क्षति और किसान संकट (Crop Damage and Farmer Crises)

राजस्थान (Rajasthan)

बूंदी में खेतों में दरारें, धान फसल प्रभावित
बूंदी (Bundi) के नोटाडा (Notada) क्षेत्र में दो सप्ताह से बारिश न होने से खेतों में दरारें आ गई हैं, धान फसल (Paddy Crop) प्रभावित। किसान नहरों से पानी मांग रहे हैं, लेकिन मलिकपुरा माइनर (Malikpura Minor) सूखे हैं। सोयाबीन (Soybean) भी खतरे में।

छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh)

मानसून की अनियमितता से धान फसल प्रभावित
महासमुंद (Mahasamund) में अगस्त में केवल 51 मिलीमीटर बारिश से धान फसल (Paddy Crop) को पानी नहीं मिला। कुल वर्षा 581 मिलीमीटर, औसत से 14 प्रतिशत कम। कोडार जलाशय (Kodar Reservoir) में 22 फीट पानी, लेकिन किसान चिंतित। ब्लॉक जैसे सरायपाली (Saraypali) और बसना (Basna) प्रभावित।

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