महाराजा रणजीत सिंह का अंतिम संस्कार
महाराजा का देहावसान महाराजा रणजीत सिंह जी को अधरंग हुआ था और वे 27 जून 1839 को स्वर्ग सिधार गये। उनका अंतिम संस्कार 28 जून 1839 को लाहौर में हुआ था। उनकी चार रानियाँ और सात दासियाँ महाराजा के मृत शरीर के साथ चिता पर सती हुई थी। महाराजा रणजीत सिंह जी का राज भारत में खालसा राज के रूप में सर्वमान्य है। सिख गुरुओं ने हमेशा सती प्रथा का विरोध ही किया है सभी गुरुओं ने इसके बारे में खुल कर अपने विचार रखे हैं। यह ऐतिहासिक घटना किन हालातों में घटी उसके बारे में ज्यादा इनफार्मेशन उपलब्ध नही …