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दाल और मेहमान

एक बार की बात है एक आदमी अपणी घरआली तै बोल्या: आज मेरे दफ्तर के यार खाणा खाण आवेंगे कीमे आछ्या बणा लिए घरआली बोली: जी घर नै तो कीमे ना बच रहया बस दाल… दाल और मेहमान

शेरो शायरी कलेक्शन

हरियाणा कृषि विश्विधालय में मैं साल 1997 से लेकर मार्च 2000 तक बतौर डिपार्टमेंट ऑफ़ फ़ूड साइंस एंड टेक्नोलॉजी का छात्र रहा और साल 1998 में हमारे से जूनियर बैच में एक साथी आया महावीर… शेरो शायरी कलेक्शन

ताई की गवाही आला मुकद्दमा

एक बार एक मुक्कदमे में ताई गवाह बना दी ! ताई जा के कटघरे में खड़ी हो गयी और बाई चांस दोनू वकील भी ताई के गाम के ही थे पहले वकील नै बात शुरू… ताई की गवाही आला मुकद्दमा

हरियाणा का मौसमवार देसी फ़ूड मेन्यु

संग्रहकर्ता चौधरी हुकम सिंह भूतपूर्व प्रिंसिपल जाट कालेज रोहतक , सुनील कुमार , डॉ.आशीष दहिया चैत पियारी कनक , ककडी , खोला कद्दूबैसाख प्यारा मेस्सा , ठंडा बैंगन भर्ताजेठ पियारी ठंडाई , राबडी , सत्तू… हरियाणा का मौसमवार देसी फ़ूड मेन्यु