हनुमान जी के अनेक रूप

हनुमान जी केवल एक देवता नहीं, बल्कि शक्ति, ज्ञान, भक्ति और नीति के प्रतीक हैं। शास्त्रों में उनके 11 प्रमुख रूप बताए गए हैं, जिन्हें “एकादश रूप” कहा जाता है। इनके अलावा भी कई विशेष रूपों का वर्णन अलग-अलग पुराणों और ग्रंथों में मिलता है। आइए विस्तार से समझते हैं 👇  हनुमान जी के 11 प्रमुख रूप (एकादश रूप) यह रूप हनुमान कल्प और हनुमान तंत्र में वर्णित हैं।  प्रभान्जनसुत (आञ्जनेय रूप) माता अंजना और केसरी के पुत्र। यह बाल …

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