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राम की शक्ति पूजा

राम की शक्ति पूजा रवि हुआ अस्त; ज्योति के पत्र पर लिखा अमररह गया राम-रावण का अपराजेय समरआज का तीक्ष्ण शर-विधृत-क्षिप्रकर, वेग-प्रखर,शतशेलसम्वरणशील, नील नभगर्ज्जित-स्वर,प्रतिपल – परिवर्तित – व्यूह – भेद कौशल समूहराक्षस – विरुद्ध प्रत्यूह,-क्रुद्ध… राम की शक्ति पूजा