रोचक तथ्य
- अमेरिकी FDA ने राइबेल्सस को हार्ट अटैक और स्ट्रोक के खतरे कम करने की अनुमति दी।
- यह दवा डेनमार्क की दवा कंपनी नोवो नॉर्डिस्क द्वारा विकसित की गई।
- राइबेल्सस को 2019 में पहली बार ब्लड शुगर नियंत्रण के लिए पेश किया गया था।
- नए शोध में पाया गया कि यह दिल से जुड़े गंभीर रोगों का जोखिम लगभग 14% घटाती है।
- शोध में ऐसे लोग भी शामिल थे जिन्हें पहले हार्ट अटैक या स्ट्रोक नहीं हुआ था।
- कुछ मरीजों में मतली और उल्टी जैसे हल्के दुष्प्रभाव भी देखे गए।
- अब तक दिल की सुरक्षा के लिए ओजेम्पिक, वेगोवी और टुलिसिटी जैसी दवाएं इंजेक्शन रूप में उपलब्ध थीं।
- राइबेल्सस पहली ऐसी दवा है जो टैबलेट रूप में हार्ट अटैक और स्ट्रोक के जोखिम कम करने में मदद करती है।
- डॉ. जॉन बी. ब्यूज के अनुसार डायबिटीज रोगियों में दिल की बीमारी का जोखिम अधिक होता है और यह गोली उनके लिए लाभकारी हो सकती है।
अमेरिका में स्वास्थ्य नियामक संस्था ने राइबेल्सस नामक दवा को अब हार्ट अटैक और स्ट्रोक के खतरे कम करने के उद्देश्य से भी उपयोग के लिए स्वीकृति दी है। यह दवा लंबे समय से ब्लड शुगर संतुलन में मदद करने के लिए उपयोग की जा रही थी, लेकिन हाल में हुए विस्तृत अध्ययनों ने दिखाया कि यह दिल से जुड़े गंभीर स्वास्थ्य जोखिमों को भी कम कर सकती है।
कैसे काम करती है राइबेल्सस
राइबेल्सस को ओरल रिसेप्टर एगोनिस्ट श्रेणी में रखा जाता है। यह पहली ऐसी दवा है जो इंजेक्शन के बजाय टैबलेट के रूप में उपलब्ध है और हार्ट अटैक व स्ट्रोक जैसी स्थितियों के जोखिम को कम करने में सहायक हो सकती है। इसके पहले इसी श्रेणी की दवाएं जैसे ओजेम्पिक, वेगोवी और टुलिसिटी इंजेक्शन रूप में ही ली जाती थीं।
शोध में क्या पाया गया
अध्ययन में यह सामने आया कि नियमित रूप से राइबेल्सस लेने वाले मरीजों में दिल से संबंधित गंभीर समस्याओं का खतरा लगभग 14 प्रतिशत कम हुआ। यह प्रभाव उन मरीजों में भी देखा गया जिनका पहले हार्ट अटैक या स्ट्रोक का इतिहास नहीं था।
संभावित दुष्प्रभाव
अध्ययन के दौरान कुछ प्रतिभागियों को मतली या उल्टी जैसी समस्याओं का अनुभव हुआ, लेकिन चिकित्सकों का मानना है कि दिल की सुरक्षा के दृष्टिकोण से यह लाभ अधिक महत्वपूर्ण है।
डायबिटीज रोगियों के लिए संभावित लाभ
हार्ट रोग का जोखिम डायबिटीज के मरीजों में सामान्य रूप से अधिक माना जाता है। विशेषज्ञों के अनुसार यह दवा उन मरीजों के लिए उपयोगी हो सकती है जिन्हें ब्लड शुगर नियंत्रण के साथ-साथ हृदय संबंधी सुरक्षा की भी आवश्यकता होती है। नॉर्थ कैरोलिना यूनिवर्सिटी के डॉ. जॉन बी. ब्यूज ने बताया कि यह दवा उन मरीजों को अतिरिक्त राहत दे सकती है जिनमें दिल की बीमारियों का खतरा पहले से अधिक है।