परिचय
भारत मौसम विज्ञान विभाग (India Meteorological Department, New Delhi) की प्रेस विज्ञप्ति संख्या 4227, दिनांक 17 अगस्त 2025 के अनुसार, देश के विभिन्न हिस्सों में मानसून की सक्रियता और मौसम प्रणालियों का प्रभाव देखा जा रहा है। इस ब्लॉग पोस्ट में, हम मौसमी प्रणालियों, क्षेत्रीय पूर्वानुमानों, चेतावनियों, और कृषि सलाह (Agromet Advisories) के बारे में विस्तृत जानकारी साझा करेंगे। यह जानकारी किसानों, मछुआरों, और आम जनता के लिए महत्वपूर्ण है ताकि वे मौसम की स्थिति के अनुसार तैयारी कर सकें।
मौसम प्रणालियाँ (Weather Systems)
मानसून ट्रफ (Monsoon Trough)
मानसून ट्रफ अपनी सामान्य स्थिति से दक्षिण में है, जिसके कारण देश के कई हिस्सों में भारी वर्षा (Heavy Rainfall) की संभावना है।
निम्न दबाव क्षेत्र (Low-Pressure Area)
- पश्चिम मध्य और उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी (West Central and Northwest Bay of Bengal): आज सुबह 0530 बजे IST पर उत्तरी आंध्र प्रदेश (North Andhra Pradesh) और दक्षिणी ओडिशा (South Odisha) तटों के पास एक ऊपरी वायु चक्रवाती परिसंचरण (Upper Air Cyclonic Circulation) के प्रभाव से, आज 0830 बजे IST पर एक नया निम्न दबाव क्षेत्र बन गया है। यह अगले 24 घंटों में एक डिप्रेशन (Depression) में बदल सकता है और 19 अगस्त 2025 की सुबह तक दक्षिणी ओडिशा-उत्तरी आंध्र प्रदेश तटों को पार कर सकता है।
- दक्षिण छत्तीसगढ़ (South Chhattisgarh): कल का निम्न दबाव क्षेत्र पश्चिम-उत्तर पश्चिम दिशा में बढ़ा और आज सुबह 0830 बजे IST पर विदर्भ (Vidarbha) और आसपास के क्षेत्र में था। यह धीरे-धीरे कमजोर होकर 18 अगस्त की सुबह तक गुजरात (Gujarat) में एक अवशिष्ट चक्रवाती परिसंचरण (Cyclonic Circulation) के रूप में पहुंचेगा।
- उत्तर पूर्व अरब सागर (Northeast Arabian Sea): दक्षिण गुजरात-कोंकण (South Gujarat-Konkan) के पास निचले और मध्यम क्षोभमंडल स्तरों (Lower and Middle Tropospheric Levels) के बीच एक ऊपरी वायु चक्रवाती परिसंचरण मौजूद है।
- ट्रफ (Trough): उत्तर पूर्व अरब सागर से बंगाल की खाड़ी के निम्न दबाव क्षेत्र तक, उत्तरी मराठवाड़ा (North Marathwada), विदर्भ, और दक्षिण छत्तीसगढ़ के माध्यम से एक ट्रफ बना हुआ है, जो ऊंचाई के साथ दक्षिण की ओर झुका हुआ है।
- मध्य पाकिस्तान और पंजाब (Central Pakistan and Punjab): निचले क्षोभमंडल स्तरों पर एक ऊपरी वायु चक्रवाती परिसंचरण मौजूद है।
क्षेत्रीय मौसम पूर्वानुमान और चेतावनियाँ (Regional Weather Forecast and Warnings)
पश्चिम भारत (West India)
- अत्यधिक भारी वर्षा (Extremely Heavy Rainfall): कोंकण और गोवा (Konkan & Goa), मध्य महाराष्ट्र के घाट क्षेत्रों (Ghat Areas of Madhya Maharashtra) में 17 से 19 अगस्त तक, और गुजरात राज्य (Gujarat State) में 19 और 20 अगस्त को अलग-अलग स्थानों पर अत्यधिक भारी वर्षा की संभावना।
- भारी से बहुत भारी वर्षा (Heavy to Very Heavy Rainfall): मध्य महाराष्ट्र, गुजरात राज्य में 17 से 21 अगस्त तक, कोंकण (मुंबई सहित) और गोवा में 17 से 20 अगस्त तक, मराठवाड़ा (Marathwada) में 17 और 18 अगस्त को।
- अलग-अलग भारी वर्षा (Isolated Heavy Rainfall): कोंकण और गोवा, मध्य महाराष्ट्र, गुजरात में अगले 7 दिनों तक, मराठवाड़ा में अगले 3 दिनों तक।
- तेज सतही हवाएँ (Strong Surface Winds): 40-50 किमी/घंटा की गति तक, 20 अगस्त तक।
- हल्की से मध्यम वर्षा (Light to Moderate Rainfall): अगले 7 दिनों तक क्षेत्र के अधिकांश स्थानों पर।
दक्षिण प्रायद्वीपीय भारत (South Peninsular India)
- अत्यधिक भारी वर्षा: तटीय कर्नाटक (Coastal Karnataka), तटीय आंध्र प्रदेश और यनम (Coastal Andhra Pradesh & Yanam), दक्षिण आंतरिक कर्नाटक (South Interior Karnataka) में 17 और 18 अगस्त को, तेलंगाना (Telangana) में 18 अगस्त को।
- अलग-अलग भारी वर्षा: तमिलनाडु (Tamil Nadu) में 17 अगस्त को; तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, आंतरिक कर्नाटक में 17 से 20 अगस्त तक; रायलसीमा (Rayalaseema) में 17 और 18 अगस्त को; तेलंगाना में 17 से 19 अगस्त तक; तटीय कर्नाटक में 17 से 21 अगस्त तक; केरल और माहे (Kerala & Mahe) में 18 से 20 अगस्त तक, जिसमें केरल और माहे में 18 अगस्त को बहुत भारी वर्षा की संभावना।
- तेज सतही हवाएँ: 40-50 किमी/घंटा की गति तक, 19 अगस्त तक।
- हल्की से मध्यम वर्षा: रायलसीमा, तमिलनाडु, तटीय आंध्र प्रदेश और यनम, तेलंगाना में अगले 5 दिनों तक, गरज और बिजली (Thunderstorm & Lightning) के साथ।
पूर्व और मध्य भारत (East & Central India)
- अत्यधिक भारी वर्षा: दक्षिण ओडिशा (South Odisha) और दक्षिण छत्तीसगढ़ (South Chhattisgarh) में 18 अगस्त को।
- अलग-अलग भारी वर्षा: मध्य प्रदेश और छत्तीसगढ़ में अगले 7 दिनों तक; विदर्भ में 4 दिन; ओडिशा में 17 से 19, 22 और 23 अगस्त को; अंडमान और निकोबार द्वीप समूह (Andaman & Nicobar Islands) में 17 अगस्त को; उप-हिमालयी पश्चिम बंगाल और सिक्किम (Sub-Himalayan West Bengal & Sikkim) में 17, 19, 20 और 21 अगस्त को; गंगा के मैदानी पश्चिम बंगाल (Gangetic West Bengal), झारखंड में 22 और 23 अगस्त को; बिहार में 21 से 23 अगस्त तक; झारखंड में 19, 21 और 22 अगस्त को। बहुत भारी वर्षा पश्चिम मध्य प्रदेश (West Madhya Pradesh) में 17, 18, 22 और 23 अगस्त को; पूर्व मध्य प्रदेश (East Madhya Pradesh) में 23 अगस्त को; विदर्भ, छत्तीसगढ़, ओडिशा में 17 और 18 अगस्त को।
- हल्की से मध्यम वर्षा: अगले 5 दिनों तक, गरज और बिजली के साथ।
उत्तर पश्चिम भारत (Northwest India)
- अलग-अलग भारी वर्षा: जम्मू-कश्मीर-लद्दाख-गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद (Jammu-Kashmir-Ladakh-Gilgit-Baltistan-Muzaffarabad) में 17 से 19 अगस्त तक; हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh) में 17 और 18 अगस्त को और 21 से 23 अगस्त तक; उत्तराखंड (Uttarakhand), पूर्वी राजस्थान (East Rajasthan) में अगले 7 दिनों तक; पंजाब (Punjab) में 17 से 19 और 23 अगस्त को; हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली (Haryana, Chandigarh & Delhi) में 17, 18, 22 और 23 अगस्त को; पश्चिम उत्तर प्रदेश (West Uttar Pradesh) में 22 और 23 अगस्त को; पूर्वी उत्तर प्रदेश (East Uttar Pradesh) में 21 से 23 अगस्त तक। बहुत भारी वर्षा जम्मू-कश्मीर-लद्दाख-गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद, उत्तराखंड, पंजाब, हरियाणा, चंडीगढ़ और दिल्ली में 17 अगस्त को; हिमाचल प्रदेश में 17 और 23 अगस्त को; पूर्वी राजस्थान में 20 अगस्त को।
- हल्की से मध्यम वर्षा: जम्मू-कश्मीर-लद्दाख-गिलगित-बाल्टिस्तान-मुजफ्फराबाद, उत्तराखंड और राजस्थान में अगले 7 दिनों तक, गरज और बिजली के साथ।
पूर्वोत्तर भारत (Northeast India)
- अलग-अलग भारी वर्षा: असम और मेघालय (Assam & Meghalaya), नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा (Nagaland, Manipur, Mizoram & Tripura), अरुणाचल प्रदेश (Arunachal Pradesh) में अगले 7 दिनों तक। बहुत भारी वर्षा अरुणाचल प्रदेश में 20 और 21 अगस्त को; नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा, असम और मेघालय में 20 से 23 अगस्त तक।
- हल्की से मध्यम वर्षा: अगले 3 दिनों तक, गरज और बिजली के साथ।
मछुआरों के लिए चेतावनी (Fishermen Warnings)
17 से 22 अगस्त 2025 तक मछुआरों को निम्नलिखित क्षेत्रों में समुद्र में न जाने की सलाह दी जाती है:
अरब सागर (Arabian Sea)
- पश्चिम मध्य अरब सागर (West Central Arabian Sea) और पूर्व मध्य और दक्षिण पश्चिम अरब सागर (East Central & Southwest Arabian Sea) के आसपास के क्षेत्रों में 17 से 22 अगस्त तक।
- कोमोरिन क्षेत्र (Comorin Area) में 17 से 20 अगस्त तक।
- लक्षद्वीप क्षेत्र (Lakshadweep Area) में 17 से 20 अगस्त तक।
- कोंकण, गोवा, कर्नाटक तटों (Konkan, Goa, Karnataka Coasts) के साथ और आसपास 17 से 22 अगस्त तक।
- केरल तटों (Kerala Coasts) के साथ और आसपास 17 से 20 अगस्त तक।
- दक्षिण गुजरात तट (South Gujarat Coast) के साथ और आसपास 17 से 20 अगस्त तक, और पूरे गुजरात में 20 से 22 अगस्त तक।
- सोमालिया, ओमान तटों (Somalia, Oman Coasts) और आसपास के समुद्री क्षेत्रों में 17 से 22 अगस्त तक।
बंगाल की खाड़ी (Bay of Bengal)
- श्रीलंका तट (Sri Lanka Coast) के साथ और आसपास 17 से 20 अगस्त तक।
- बंगाल की खाड़ी (Bay of Bengal) के अधिकांश हिस्सों में 17 से 20 अगस्त तक, और मध्य और उत्तर पश्चिम बंगाल की खाड़ी (Central and Northwest Bay of Bengal) में 20 से 22 अगस्त तक।
- आंध्र प्रदेश तटों (Andhra Pradesh Coasts) के साथ और आसपास 17 से 20 अगस्त तक, और उत्तरी आंध्र प्रदेश तटों में 20 से 22 अगस्त तक।
- दक्षिण ओडिशा तटों (South Odisha Coasts) में 17 अगस्त को, और पूरे ओडिशा में 18 से 22 अगस्त तक।
- मन्नार की खाड़ी (Gulf of Mannar) में 17 से 20 अगस्त तक।
- तमिलनाडु तट (Tamil Nadu Coast) के साथ और आसपास 17 से 20 अगस्त तक।
- अंडमान सागर (Andaman Sea) में 17 से 19 अगस्त तक।
दिल्ली/एनसीआर में मौसम (Weather in Delhi/NCR)
17 से 20 अगस्त 2025 तक दिल्ली/एनसीआर में मौसम की स्थिति और पूर्वानुमान के लिए, कृपया राष्ट्रीय मौसम बुलेटिन (National Weather Bulletin) देखें: https://mausam.imd.gov.in/responsive/all_india_forcast_bulletin.php
पिछले 24 घंटों में दर्ज की गई वर्षा (Rainfall Recorded in Past 24 Hours till 0830 Hrs IST, 17 August 2025)
- पंजाब (Punjab): फंगोटा (Phangota, जिला पठानकोट) 22 सेमी, रणजीत सागर डैम साइट (Ranjit Sagar Dam Site, जिला पठानकोट) 19 सेमी, मधोपुर (Madhopur, जिला पठानकोट) 9 सेमी, थीन डैम AWS (Thein Dam AWS, जिला पठानकोट) 8 सेमी, मलिकपुर (Malikpur, जिला पठानकोट) 7 सेमी।
- मध्य महाराष्ट्र (Madhya Maharashtra): एरंडोल (Erandol, जिला जलगाँव) 21 सेमी, महाबलेश्वर- IMD वेधशाला (Mahabaleshwar-IMD Obsy, जिला सतारा) 16 सेमी, दहिगाँव-FMO (Dahigaon-FMO, जिला जलगाँव) 13 सेमी, राधानगरी (Radhanagari, जिला कोल्हापुर) 11 सेमी, गिर्नाडैम-FMO (Girnadam-FMO, जिला नासिक) 10 सेमी, धरनगाँव (Dharangaon, जिला जलगाँव) 7 सेमी, धुले (Dhule, जिला धुले) 7 सेमी, पचोरा (Pachora, जिला जलगाँव) 7 सेमी।
- कोंकण और गोवा (Konkan & Goa): वाकवाली_कृषि (Wakwali_Agri, जिला रत्नागिरी) 19 सेमी, खेड़ (Khed, जिला रत्नागिरी) 18 सेमी, म्हसला (Mhasla, जिला रायगढ़) 15 सेमी, वसई (Vasai, जिला पालघर) 14 सेमी, सावर्डे-ARG (Savarde-ARG, जिला रत्नागिरी) 14 सेमी, मंगांव (Mangaon, जिला रायगढ़) 14 सेमी, दापोली_कृषि (Dapoli_Agri, जिला रत्नागिरी) 13 सेमी, हरनई IMD वेधशाला (Harnai IMD Obsy, जिला रत्नागिरी) 13 सेमी, चिपलून (Chiplun, जिला रत्नागिरी) 13 सेमी, सुदागढ़ पाली (Sudhagad Pali, जिला रायगढ़) 12 सेमी, भिवंडी (Bhiwandi, जिला ठाणे) 11 सेमी, माथेरान (Matheran, जिला रायगढ़) 11 सेमी, महाड (Mahad, जिला रायगढ़) 11 सेमी, पनवेल_कृषि (Panvel_Agri, जिला रायगढ़) 11 सेमी, मंडनगढ़ (Mandangad, जिला रत्नागिरी) 11 सेमी, टीबीआईए IMD पार्ट टाइम (Tbia IMD Part Time, जिला ठाणे) 10 सेमी, रोहा (Roha, जिला रायगढ़) 10 सेमी, उरण (Uran, जिला रायगढ़) 10 सेमी, श्रीवर्धन (Shriwardhan, जिला रायगढ़) 10 सेमी, पेन (Pen, जिला रायगढ़) 10 सेमी, ठाणे (Thane, जिला ठाणे) 10 सेमी, पोलादपुर (Poladpur, जिला रायगढ़) 10 सेमी, सांताक्रूज़-IMD वेधशाला (Santacruz-IMD Obsy, जिला मुंबई उपनगरीय) 8 सेमी, पालघर_कृषि (Palghar_Agri, जिला पालघर) 8 सेमी, ताला (Tala, जिला रायगढ़) 8 सेमी, करजत_कृषि (Karjat_Agri, जिला रायगढ़) 7 सेमी।
- तटीय कर्नाटक (Coastal Karnataka): कैसल रॉक (Castle Rock, जिला उत्तर कन्नड़) 18 सेमी, जगलबेट (Jagalbet, जिला उत्तर कन्नड़) 14 सेमी, धर्मस्थला (Dharmasthala, जिला दक्षिण कन्नड़) 10 सेमी, सिद्धापुरा (Siddapura, जिला उडुपी) 7 सेमी।
- तेलंगाना (Telangana): तम्सी (Tamsi, जिला आदिलाबाद) 17 सेमी, आदिलाबाद (Adilabad, जिला आदिलाबाद) 17 सेमी, तलमदुगु (Talamadugu, जिला आदिलाबाद) 16 सेमी, सरंगापुरनरल (Sarangapurnrl, जिला निर्मल) 13 सेमी, भीमिनी (Bheemini, जिला मंचेरियल) 12 सेमी, जैनूर (Jainoor, जिला कुमारम भीम) 10 सेमी, केरमेरी (Kerameri, जिला कुमारम भीम) 10 सेमी, बाज़ारहथनूर (Bazarhathnoor, जिला आदिलाबाद) 9 सेमी, बोथ (Boath, जिला आदिलाबाद) 9 सेमी, वेलगटूर (Velagatoor, जिला जगतियाल) 9 सेमी, दिलावरपुर (Dilawarpur, जिला निर्मल) 8 सेमी, दहेगाँव (Dahegaon, जिला कुमारम भीम) 7 सेमी, जयपुर (Jaipur, जिला मंचेरियल) 7 सेमी, तांडूरमंचल (Tandoormncl, जिला मंचेरियल) 7 सेमी, मुधोल (Mudhole, जिला निर्मल) 7 सेमी।
- मराठवाड़ा (Marathwada): हिमायतनगर (Himayatnagar, जिला नांदेड़) 16 सेमी, हडगांव (Hadgaon, जिला नांदेड़) 13 सेमी, तोंदापुर-ARG (Tondapur-ARG, जिला हिंगोली) 12 सेमी, सोएगांव (Soegaon, जिला छत्रपति संभाजीनगर) 11 सेमी, कल्लम्नुरी (Kallamnuri, जिला हिंगोली) 8 सेमी, वसमत (Vasmat, जिला हिंगोली) 8 सेमी, सेंगांव (Sengaon, जिला हिंगोली) 7 सेमी, पूर्णा (Purna, जिला परभणी) 7 सेमी, नांदेड़-IMD पार्टटाइम (Nanded-IMD Parttime, जिला नांदेड़) 7 सेमी, कंधार (Kandhar, जिला नांदेड़) 7 सेमी।
- सौराष्ट्र और कच्छ (Saurashtra & Kutch): भेसन (Bhesan, जिला जूनागढ़) 16 सेमी, जामकंदोर्ना (Jamkandorna, जिला राजकोट) 12 सेमी, गोंडल (Gondal, जिला राजकोट) 11 सेमी, वडिया (Vadia, जिला अमरेली) 11 सेमी, धारी_AWS (Dhari_AWS, जिला अमरेली) 9 सेमी, धारी (Dhari, जिला अमरेली) 8 सेमी, हलवद (Halvad, जिला मोरबी) 7 सेमी।
- दक्षिण आंतरिक कर्नाटक (South Interior Karnataka): श्रींगेरी HMS (Sringeri HMS, जिला चिकमंगलूर) 13 सेमी, कम्मरडी (Kammardi, जिला चिकमंगलूर) 13 सेमी, अगुम्बे AWS (Agumbe AWS, जिला शिवमोग्गा) 12 सेमी, जयपुरा (Jayapura, जिला चिकमंगलूर) 12 सेमी, कोप्पा (Koppa, जिला चिकमंगलूर) 11 सेमी, कलसा (Kalasa, जिला चिकमंगलूर) 8 सेमी, बालेहोन्नूर (Balehonnur, जिला चिकमंगलूर) 7 सेमी।
- नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम और त्रिपुरा (Nagaland, Manipur, Mizoram & Tripura): मंगकोलेम्बा (Mangkolemba, जिला मोकोकचुंग) 12 सेमी, छावमोनु (Chhamonu, जिला धलाई) 12 सेमी, छावंगटे (Chawngte, ARG, जिला लवंगलाई) 11 सेमी, वोखा सदर NSDMA_AWS (Wokha Sadar NSDMA_AWS, जिला वोखा) 8 सेमी, कोहिमा (Kohima, जिला कोहिमा) 8 सेमी।
- पूर्वी राजस्थान (East Rajasthan): मसूदा (Masuda, जिला अजमेर) 11 सेमी, माउंट आबू तहसील (Mount Abu Tehsil, जिला सिरोही) 11 सेमी, किशनगढ़ (Kishangarh, जिला अजमेर) 8 सेमी।
- हरियाणा-चंडीगढ़ (Haryana-Chandigarh): समालखा (Samalkha, जिला पानीपत) 10 सेमी, नारायणगढ़ ARG (Narayangarh ARG, जिला अंबाला) 10 सेमी, ददुपुर (Dadupur, जिला यमुना नगर) 7 सेमी।
- उत्तराखंड (Uttarakhand): समा (Sama, जिला बागेश्वर) 9 सेमी, जखोली (Jakholi, जिला रुद्रप्रयाग) 8 सेमी, मोरी (Mori, जिला उत्तरकाशी) 8 सेमी, धनौल्टी (Dhanaulti, जिला गढ़वाल टिहरी) 8 सेमी, लोहारखेत (Loharkhet, जिला बागेश्वर) 8 सेमी, डीडीहाट (Didihat, जिला पिथौरागढ़) 8 सेमी, उत्तरकाशी (Uttar Kashi, जिला उत्तरकाशी) 8 सेमी, बागेश्वर (THMO) (Bageshwar, THMO, जिला बागेश्वर) 7 सेमी, बरकोट (Barkot, जिला उत्तरकाशी) 7 सेमी, मसूरी (Mussoorie, जिला देहरादून) 7 सेमी, उत्तरकाशी (CWC) (Uttar Kashi, CWC, जिला उत्तरकाशी) 7 सेमी, लक्सर (Laksar, जिला हरिद्वार) 7 सेमी।
- तमिलनाडु (Tamil Nadu): चिन्नाकलर (Chinnakalar, जिला कोयंबटूर) 9 सेमी, वालपराई PAP (Valparai PAP, जिला कोयंबटूर) 7 सेमी, वालपराई तालुक कार्यालय (Valparai Taluk Office, जिला कोयंबटूर) 7 सेमी।
- गुजरात क्षेत्र (Gujarat Region): राजपिपला (Rajpipla, जिला नर्मदा) 9 सेमी, दांतीवाड़ा (Dantiwada, जिला बनासकांठा) 9 सेमी, नांदोड (Nandod, जिला नर्मदा) 8 सेमी।
- अंडमान और निकोबार द्वीप समूह (Andaman & Nicobar Islands): पोर्ट ब्लेयर (Port Blair, जिला दक्षिण अंडमान) 9 सेमी।
- केरल और माहे (Kerala & Mahe): अय्यनकुन्नु (Ayyankunnu, जिला कन्नूर) 8 सेमी।
राज्यवार और फसलवार कृषि सलाह (Statewise and Cropwise Agromet Advisories)
महाराष्ट्र (Maharashtra)
- कोंकण और मध्य महाराष्ट्र के घाट क्षेत्र (Konkan and Ghat Areas of Madhya Maharashtra): धान के खेतों (Rice Fields) में 2.5 से 5 सेमी पानी का स्तर बनाए रखने के लिए अतिरिक्त पानी निकालने की व्यवस्था करें।
- मराठवाड़ा (Marathwada): कटाई की गई मूंग (Green Gram) की फसल को सुरक्षित स्थान पर रखें। जलभराव (Waterlogging) को रोकने के लिए रागी (Finger Millet), हल्दी (Turmeric), मूंगफली (Groundnut), सब्जियाँ (Vegetables), और फल बागानों (Fruit Orchards) से अतिरिक्त पानी निकालने की व्यवस्था करें।
- पश्चिम विदर्भ (West Vidarbha): सोयाबीन (Soybean) और कपास (Cotton) के खेतों में जल निकासी की व्यवस्था करें।
- पूर्व विदर्भ (East Vidarbha): धान (Rice), सोयाबीन, कपास, अरहर (Pigeon Pea), सब्जियाँ, और फल बागानों में जल निकासी की व्यवस्था करें।
गुजरात (Gujarat)
- दक्षिण गुजरात भारी वर्षा क्षेत्र (South Gujarat Heavy Rainfall Zone): धान (Rice), गन्ना (Sugarcane), सब्जियाँ (Vegetables), और कंद फसलों (Tuber Crops) से अतिरिक्त पानी निकालें।
- दक्षिण गुजरात क्षेत्र (South Gujarat Zone): धान, कपास (Cotton), गन्ना, और अरहर के खेतों में जल निकासी करें।
- दक्षिण सौराष्ट्र क्षेत्र (South Saurashtra Zone): मूंगफली, कपास, सोयाबीन, उड़द (Black Gram), मूंग (Green Gram), तिल (Sesame), और अरहर के खेतों में जल निकासी करें।
- उत्तर सौराष्ट्र क्षेत्र (North Saurashtra Zone): मूंगफली, कपास, और तिल के खेतों में जल निकासी करें।
- भाल और तटीय क्षेत्र (Bhal and Coastal Zone): धान, कपास, मूंग, उड़द, अरहर, बाजरा (Pearl Millet), और सब्जियों के खेतों में जल निकासी करें।
मध्य प्रदेश (Madhya Pradesh)
- सतपुड़ा पठार क्षेत्र (Satpura Plateau Zone): मक्का (Maize), सोयाबीन, कपास, और सब्जियों के खेतों में पर्याप्त जल निकासी की व्यवस्था करें।
- मालवा पठार क्षेत्र (Malwa Plateau Zone): सोयाबीन, मक्का, और सब्जियों के खेतों में जल निकासी करें।
- मध्य नर्मदा घाटी क्षेत्र (Central Narmada Valley Zone): धान, सोयाबीन, मक्का, गन्ना, और सब्जियों के खेतों में जल निकासी करें।
- निमार घाटी क्षेत्र (Nimar Valley Zone): सोयाबीन, अरहर, कपास, और सब्जियों के खेतों में जल निकासी करें।
- विंध्य पठार क्षेत्र (Vindhyan Plateau Zone): मक्का, सोयाबीन, उड़द, कपास, और अरहर के खेतों में जल निकासी करें।
छत्तीसगढ़ (Chhattisgarh)
- बस्तर पठार क्षेत्र (Bastar Plateau Zone): खरीफ मक्का (Kharif Maize), धान, छोटे बाजरा (Minor Millets), दालें (Pulses), और सब्जियों के खेतों से अतिरिक्त पानी निकालें।
केरल (Kerala)
- धान, नारियल (Coconut), केला (Banana), और अदरक (Ginger) के खेतों में पर्याप्त जल निकासी करें। केले के बागानों को सहारा दें। सब्जी पंडालों (Vegetable Pandals) को मजबूत करें।
कर्नाटक (Karnataka)
- तटीय क्षेत्र (Coastal Zone): धान और सुपारी (Arecanut) और केले के बागानों में जल निकासी की सुविधा प्रदान करें।
- पहाड़ी क्षेत्र (Hill Zone): धान, मक्का, कपास, अदरक, और सुपारी के बागानों में जल निकासी करें।
- दक्षिणी संक्रमण क्षेत्र (Southern Transition Zone): धान, मक्का, सुपारी, और नारियल के बागानों में जल निकासी करें।
तेलंगाना (Telangana)
- उत्तरी तेलंगाना क्षेत्र (Northern Telangana Zone): धान, कपास, मक्का, सोयाबीन, अरहर, हल्दी, और सब्जियों के खेतों से अतिरिक्त पानी निकालें।
- दक्षिणी तेलंगाना क्षेत्र (Southern Telangana Zone): धान, कपास, सोयाबीन, सब्जियों, और सब्जी नर्सरी (Vegetable Nurseries) में जल निकासी करें।
आंध्र प्रदेश (Andhra Pradesh)
- उत्तर तटीय क्षेत्र (North Coastal Zone): मक्का, कपास, गन्ना, धान, मेस्टा (Mesta), लाल चना (Red Gram), मूंग, उड़द, और मूंगफली के खेतों से अतिरिक्त पानी निकालें।
- उच्च ऊंचाई आदिवासी क्षेत्र (High Altitude Tribal Zone): धान, मक्का, और सब्जी खेतों में जल निकासी करें।
ओडिशा (Odisha)
- पूर्वी घाट उच्च भूमि क्षेत्र (Eastern Ghat High Land Zone) और दक्षिण पूर्वी घाट (South Eastern Ghats): धान, मक्का, मूंग, उड़द, अदरक, हल्दी, सब्जियों, और बागानों से अतिरिक्त पानी निकालें।
जम्मू और कश्मीर (Jammu and Kashmir)
- उप-उष्णकटिबंधीय क्षेत्र (Sub Tropical Zone): मक्का, दालें, गाय मटर (Cowpea), बाजरा, चारा फसलें (Fodder Crops), और सब्जियों के खेतों में पानी को रुकने न दें।
- मध्यवर्ती क्षेत्र (Intermediate Zone): मक्का, दालें, और सब्जी खेतों में जलभराव से बचने के लिए जल निकासी की व्यवस्था करें।
- घाटी शीतोष्ण क्षेत्र (Valley Temperate Zone): लौकी (Bottle Gourd), खीरा (Cucumber), करेला (Bitter Gourd), और अनिश्चितकालीन टमाटर (Indeterminate Tomatoes) की लताओं को उचित सहारा दें। मक्का के खेतों में अतिरिक्त वर्षा जल निकालने के लिए उचित जल निकासी चैनल बनाएँ।
हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh)
- मध्य पहाड़ी उप-आर्द्र क्षेत्र (Mid Hills Sub Humid Zone): अदरक, हल्दी, और मक्का के खेतों में उचित जल निकासी चैनल बनाए रखें।
- उप-पर्वतीय और निम्न पहाड़ी उप-उष्णकटिबंधीय क्षेत्र (Sub Montane and Low Hills Sub Tropical Zone): धान, मक्का, और सब्जी खेतों में जल निकासी चैनल बनाएँ।
- उच्च पहाड़ी उप-शीतोष्ण गीला क्षेत्र (High Hills Sub Temperate Wet Zone): पके हुए टमाटर की कटाई करें और मक्का, राजमा (Kidney Bean), सब्जियों, और बागानों में उचित जल निकासी सुनिश्चित करें।
उत्तराखंड (Uttarakhand)
- पहाड़ी क्षेत्र (Hill Zone): सोयाबीन, मक्का, दालें, रागी, अदरक, सब्जी खेतों, और फल बागानों में उचित जल निकासी चैनल बनाएँ।
- उप-आर्द्र उप-उष्णकटिबंधीय क्षेत्र (Sub Humid Sub Tropic Zone): बार्नयार्ड बाजरा (Barnyard Millet), रागी, और पहले से बोई गई मूंग में जल निकासी सुनिश्चित करें।
- नैनीताल जिला (Nainital District): धान, मक्का, सोयाबीन, मूंग, और सब्जियों में उचित जल निकासी करें।
पंजाब (Punjab)
- उबड़-खाबड़ मैदानी क्षेत्र (Undulating Plain Zone): मिर्च (Chilli) के खेतों में उचित जल निकासी बनाए रखें और वर्षा के तुरंत बाद रुके हुए पानी को हटाएँ।
- उप-पर्वतीय उबड़-खाबड़ क्षेत्र (Sub-Montane Undulating Zone): गन्ना, मक्का, सोयाबीन, और मूंग में उचित जल निकासी सुनिश्चित करें।
हरियाणा (Haryana)
- पूर्वी क्षेत्र (Eastern Zone): कपास और बाजरा की फसलों में सिंचाई स्थगित करें और अतिरिक्त पानी निकालने के लिए जल निकासी प्रणाली बनाएँ।
पशुधन और मत्स्य पालन सलाह (Livestock and Fishery Advisories)
- भारी वर्षा के दौरान पशुओं को शेड के अंदर रखें और उन्हें संतुलित आहार (Balanced Feed) प्रदान करें।
- चारा और खाद्य सामग्री को सुरक्षित स्थान पर स्टोर करें ताकि खराब होने से बचा जा सके।
- तालाबों के चारों ओर उचित जाल के साथ एक आउटलेट बनाएँ ताकि अतिरिक्त पानी निकाला जा सके और मछलियाँ (Fish) बाहर न निकलें।
फ्लैश फ्लड मार्गदर्शन (Flash Flood Guidance)
अगले 24 घंटों के लिए फ्लैश फ्लड जोखिम (Flash Flood Risk) का आउटलुक (तक 1130 IST, 18-08-2025)
- मध्यम फ्लैश फ्लड जोखिम (Moderate Flash Flood Risk):
- हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh): चंबा (Chamba), कांगड़ा (Kangra), किन्नौर (Kinnaur), मंडी (Mandi), शिमला (Shimla), और सोलन (Solan) जिले।
- जम्मू और कश्मीर और लद्दाख (Jammu & Kashmir & Ladakh): अनंतनाग (Anantnag), डोडा (Doda), जम्मू (Jammu), कठुआ (Kathua), किश्तवाड़ (Kistwar), कुलगाम (Kulgam), पुंछ (Punch), राजौरी (Rajouri), रामबन (Ramban), रियासी (Riasi), सांबा (Samba), उधमपुर (Udhampur), और मीरपुर (Mirpur) जिले।
- उत्तराखंड (Uttarakhand): अल्मोड़ा (Almora), बागेश्वर (Bageshwar), चमोली (Chamoli), चंपावत (Champawat), देहरादून (Dehradun), नैनीताल (Nainital), पिथौरागढ़ (Pithoragarh), रुद्रप्रयाग (Rudraprayag), टिहरी गढ़वाल (Tehri Garhwal), और उत्तरकाशी (Uttarkashi) जिले।
- सतह पर बहाव/जलमग्नता (Surface Runoff/Inundation): चिंता के क्षेत्रों (Area of Concern, AoC) में पूरी तरह से संतृप्त मिट्टी और निचले क्षेत्रों में अगले 24 घंटों में होने वाली वर्षा के कारण जलमग्नता हो सकती है।
- निम्न से मध्यम फ्लैश फ्लड जोखिम (Low to Moderate Flash Flood Risk):
- तटीय कर्नाटक (Coastal Karnataka): दक्षिण कन्नड़ (Dakshin Kannada), उडुपी (Udupi), और उत्तर कन्नड़ (Uttar Kannada) जिले।
- कोंकण और गोवा (Konkan & Goa): उत्तरी गोवा (North Goa), दक्षिणी गोवा (South Goa), मुंबई शहर (Mumbai City), पालघर (Palghar), रायगढ़ (Raigarh), रत्नागिरी (Ratnagiri), सिंधुदुर्ग (Sindhudurg), उपनगरीय मुंबई (Suburban Mumbai), और ठाणे (Thane) जिले।
अतिरिक्त जानकारी के लिए
- राष्ट्रीय मौसम बुलेटिन: https://mausam.imd.gov.in/responsive/all_india_forcast_bulletin.php
- जिला-वार चेतावनियाँ: https://mausam.imd.gov.in/responsive/districtWiseWarningGIS.php
- मछुआरों के लिए चेतावनी: https://rsmcnewdelhi.imd.gov.in/fishermen-warning.php
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