महत्वपूर्ण तथ्य
- सोने से पहले पैरों को साफ पानी से धोना चाहिए.
- सर्दियों में पैरों पर वैसलीन या कोल्ड क्रीम लगाना लाभदायक है.
- एड़ियां फटने पर गुनगुने पानी से धोकर पैराफिन मोम लगाना उपयुक्त है.
- नाखूनों को समय-समय पर छोटा काटना और आकार ठीक रखना जरूरी है.
- नाखून सख्त होने पर उन्हें काटने से पहले कुछ देर गर्म पानी में पैर रखें.
- पैरों की नियमित मालिश से त्वचा में निखार और आराम मिलता है.
- फुट स्क्रब से पैरों की मृत त्वचा हटाई जा सकती है.
- फुट बाथ लेने से पैर और टांगों की थकान कम होती है.
- प्रातः हरी घास पर नंगे पांव चलना लाभकारी है.
- 15 दिन में एक बार पेडीक्योर करवाना पैरों की सुंदरता बनाए रखता है.
- कसे हुए जूते या चप्पल न पहनें और पैरों को लंबे समय तक गीला न रखें.
शरीर हमारा अमूल्य धन है और उसकी देखभाल करना हमारी अपनी जिम्मेदारी है. हम अक्सर चेहरे और हाथों की सफाई पर ध्यान देते हैं, लेकिन पैरों की ओर ध्यान कम जाता है. जबकि पैरों की स्वच्छता और सुंदरता भी उतनी ही महत्वपूर्ण है. साफ और नर्म पांव न केवल आकर्षक दिखते हैं बल्कि यह हमारी स्वच्छ आदतों का भी परिचय देते हैं.
दैनिक रूप से पांवों की देखभाल कैसे करें
रोजाना रात में सोने से पहले पैरों को साफ पानी से धो लें. सर्दियों के मौसम में इन्हें सूखने से बचाने के लिए वैसलीन या कोल्ड क्रीम लगा कर सोना अच्छा रहता है. इससे पैरों की त्वचा कोमल बनी रहती है.
एड़ियों की दरारों का समाधान
यदि एड़ियां फट रही हों तो गुनगुने पानी में पैरों को थोड़ी देर भिगोकर पोंछें और फिर पैराफिन मोम हल्के हाथों से लगाएं. इससे सूखी और कठोर त्वचा को राहत मिलती है.
नाखूनों की सफाई और आकार
पैरों के नाखूनों को बहुत लंबा न बढ़ने दें. हर सप्ताह इन्हें आकार के अनुसार काटते रहें. यदि नाखून अधिक कठोर हों तो काटने से पहले कुछ समय गर्म पानी में पैर डालें, इससे नाखून मुलायम होकर आसानी से कट जाते हैं.
पैरों की मालिश का महत्व
नियमित रूप से जैतून, नारियल तेल या किसी हल्की क्रीम से पैरों की मालिश करें. मालिश करने से रक्त संचार सुधरता है और पैरों की त्वचा में प्राकृतिक चमक आती है. पहले फुट स्क्रब से मृत त्वचा को साफ करना भी लाभकारी होता है.
फुट बाथ से आराम
यदि पैरों और टांगों में थकान महसूस हो तो फुट बाथ लेना उचित है. गुनगुने पानी में थोड़ा नमक डालें और घुटने तक का हिस्सा कुछ समय के लिए इसमें रखें. यह पैरों को आराम देता है और रक्त संचार संतुलित करता है.
घास पर चलना
प्रातःकाल कुछ मिनटों के लिए हरी घास पर नंगे पांव टहलें. यह पैरों की नसों को सक्रिय करता है और मन को शांत करता है.
गर्म और ठंडे पानी से राहत
पैरों में दर्द होने पर दो बाल्टियों में अलग-अलग पानी रखें, एक में गुनगुना और दूसरे में सामान्य. बारी-बारी से एक-एक मिनट पैर डुबोएं. यह उपाय दर्द और थकान को कम करता है.
पेडीक्योर भी जरूरी
हर 15 दिन में एक बार पेडीक्योर करवाना पैरों की सुंदरता को बनाए रखता है और त्वचा को स्वस्थ भी रखता है.
किन बातों का ध्यान न भूलें
- नंगे पांव लंबे समय तक कठोर सतह पर न चलें.
- सोने से पहले पैरों को बिना साफ किए न सोएं.
- कसे हुए जूते या चप्पल पहनने से बचें.
- पैर लंबे समय तक गीले न रखें और गीले जूते तुरंत बदलें.
- पैरों पर अनचाहे बाल हों तो हेयर रिमूविंग क्रीम से हटाएं.
थोड़ा ध्यान और नियमित देखभाल आपके पैरों को लंबे समय तक सुंदर, स्वस्थ और आकर्षक बनाए रख सकती है.