महत्वपूर्ण तथ्य
- चैटजीपीटी चलाने वाले सुपरकंप्यूटर में लगभग 10,000 NVIDIA GPU उपयोग हुए।
- जून 2023 में एनवीडिया की मार्केट वैल्यू पहली बार 1 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंची।
- लगभग ढाई वर्षों में कंपनी एक ट्रिलियन से 5 ट्रिलियन डॉलर वैल्यू तक पहुंच गई।
- इस स्तर की वैल्यू केवल दो देशों की GDP से अधिक है: अमेरिका और चीन।
- भारत की GDP लगभग 4.2 ट्रिलियन डॉलर है।
- कंपनी का गठन 1993 में जेन्सेन हुआंग, क्रिस मलाचोव्स्की और कर्टिस प्रीम द्वारा हुआ।
- एनवीडिया के हेडक्वार्टर सांता क्लारा (कैलिफोर्निया) में लगभग 13 लाख वर्ग फुट में स्थित हैं।
- दुनिया के 90% से अधिक एआई मॉडल और डेटा सेंटर एनवीडिया चिप्स पर चलते हैं।
- दुनिया के लगभग 70% सुपरकंप्यूटरों में भी एनवीडिया चिप्स का उपयोग होता है।
- कंपनी स्वचालित वाहनों के लिए NVIDIA DRIVE Thor प्लेटफॉर्म विकसित कर रही है।
एनवीडिया आज वैश्विक तकनीकी दुनिया में एक महत्वपूर्ण नाम है। शुरुआत में यह कंपनी ग्राफिक्स प्रोसेसिंग यूनिट्स के विकास के लिए जानी जाती थी, लेकिन आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस की रफ्तार के साथ इसने अपनी भूमिका को नए स्तर तक बढ़ा दिया। वर्ष 2022 में जब चैटजीपीटी सामने आया, तब लोगों की नजर इस तकनीक को संचालित करने वाले GPU पर गई, और वहां खड़ा था एनवीडिया।
मार्केट वैल्यू में ऐतिहासिक उछाल
जून 2023 में एनवीडिया की मार्केट वैल्यू पहली बार 1 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंची। इसके बाद केवल ढाई साल में कंपनी 5 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंच गई। इतनी बड़ी वैल्यू का अनुमान आसानी से इस तथ्य से लगाया जा सकता है कि दुनिया में केवल दो देशों की GDP ही इससे ऊपर है। भारत की GDP लगभग 4.2 ट्रिलियन डॉलर है।
कंपनी की शुरुआत: एक विचार से वैश्विक प्रभाव तक
1990 के दशक की शुरुआत में कंप्यूटर बाजार बढ़ रहा था, लेकिन ग्राफिक्स स्मूथ नहीं थे और गेमिंग अनुभव सीमित था। इसी कमी ने जेन्सेन हुआंग, क्रिस मलाचोव्स्की और कर्टिस प्रीम को प्रेरित किया। उन्होंने एक ऐसा प्रोसेसर बनाने का लक्ष्य रखा जो कंप्यूटर को दृश्य समझने और विश्लेषित करने की क्षमता दे। इसी विचार ने 1993 में एनवीडिया को जन्म दिया।
हेडक्वार्टर की खास संरचना
कैलिफोर्निया के सांता क्लारा में स्थित कंपनी का परिसर लगभग 13 लाख वर्ग फुट में बना है। पारदर्शी कांच की संरचना प्राकृतिक रोशनी के उपयोग को बढ़ाती है और ऊर्जा की बचत में मदद करती है। यहां ओपन वर्कस्पेस मॉडल अपनाया गया है, जिसका उद्देश्य सहयोग को बढ़ावा देना है।
तकनीकी दुनिया में एनवीडिया का प्रभाव
ब्लूमबर्ग इंटेलिजेंस रिपोर्ट 2024 के अनुसार दुनिया के 90 प्रतिशत से अधिक एआई मॉडल एनवीडिया के GPU पर आधारित हैं। इसकी तकनीक सुपरकंप्यूटर, चैटजीपीटी, टेस्ला के वाहन, गूगल, अमेजन जैसे प्लेटफॉर्मों को उर्जा देती है। लगभग 70 प्रतिशत सुपरकंप्यूटरों में इसकी चिप्स लगी हैं।
भविष्य की दिशा
कंपनी आगे सुपरकंप्यूटिंग, डेटा सेंटर और रोबोटिक्स पर अधिक फोकस कर रही है। स्वचालित वाहनों के विकास के लिए कंपनी एक नए प्लेटफॉर्म NVIDIA DRIVE Thor पर काम कर रही है। इसके साथ ही संयुक्त राज्य ऊर्जा विभाग के साथ 7 सुपरकंप्यूटर विकसित करने की योजना भी चल रही है।
तीन रोचक तथ्य
1. शुरुआती पूंजी और संघर्ष
कंपनी की शुरुआत कागजों में मात्र 600 डॉलर की पूंजी से हुई, लेकिन वास्तविक रूप में तीनों संस्थापकों ने मिलकर लगभग 40 हजार डॉलर जुटाए। शुरुआती वर्षों में स्थिति इतनी कठिन थी कि 1996 में केवल 30 दिनों का वेतन बचा था।
2. कंपनी के नाम के पीछे की सोच
कंपनी का नाम लैटिन शब्द Invidia से लिया गया है जिसका अर्थ ईर्ष्या है। संस्थापकों का विचार था कि उनका उत्पाद ऐसा होना चाहिए जिसे देखकर अन्य कंपनियां प्रभावित हों।
3. पहला बड़ा ब्रेकथ्रू
कठिन दौर में टीम को छोटा किया गया और फोकस एक नए ग्राफिक्स चिप के विकास पर लगाया गया। इसका परिणाम था RIVA 128, जिसकी लाखों यूनिट्स कुछ महीनों में बिक गईं और कंपनी की दिशा बदल गई।