औद्योगिक राष्ट्र भारत के पुनर्जागरण का सबूत है देसी ब्रांड त्रिंजन
भारत कभी भी कृषि प्रधान देश नही था। भारत की गली गली घर घर में इंडस्ट्री थी। भारत में कोई भी जगह ऐसी नही है जहां की कोई चीज मशहूर न हो।पुराने किसान बताते हैं कि अक्टूबर से मार्च तक उन्हें सर उठाने तो दूर मरने की भी फुर्सत नही मिलती थी क्योंकि गुड़ बनाने का काम बहुत जोरशोर और दिल लगा कर किया जाता था। कृषि का सारा सामान परिष्कृत रूप में गांव से बाहर निकलता था। किसान का …