जेंथिप, भामती और भारती के बहाने

कुमारी वंदना सुकरात के बारे में प्रचलित है कि उनकी पत्नी बहुत कर्कशा थी। एक बार जब उसने भोजन करने के लिए सुकरात को आवाज दी, सुकरात अपने शिष्यों से चर्चा में मगन थे। जब बारबार आवाज देने पर भी वे नहीं गए तो सुकरात की पत्नी ने आकर उन पर पानी उड़ेल दिया (पानी की जगह कहीं कहीं चाय और कहीं कहीं कीचड़ का भी उल्लेख मिलता है)। सब दंग रह गए तो सुकरात ने कहा – मेरी पत्नी …

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आर.टी.आई. लिखने का तरीका

हीर चंद्र ठाकुर ये कानून हमारे देश मे 2005 मे लागू हुआ था जिस का उपयोग कर के आप सरकार और किसी भी विभाग से सूचना मांग सकते है, आम तौर पर लोगो को इतना ही पता होता है परंतु आज मैं आप को इस के बारे मे कुछ ओर रोचक जानकारी देता हूँ। आर.टी.आई. से आप सरकार से कोई भी सवाल पूछ कर सूचना ले सकते है आर.टी.आई. से आप सरकार के किसी भी दस्तावेज़ की जांच कर सकते …

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श्राद्ध करने की सहज विधि

कृष्ण भागवत किंकर पितृपक्ष, महालय या पार्वण पक्ष या श्राद्ध पक्ष 20 सितम्बर से आरम्भ होने वाला है। अपने पूर्वजों के प्रति श्रद्धा अर्पित करते हुए उन्हें धन्यवाद पूर्वक स्मरण करने के साथ जीवन में शांति , सुख, समृद्धि, वृद्धि, निर्विघ्नता आदि के लिए श्राद्ध, पितृ तर्पण,पिण्डदान, गोदान, आदि करने का विधान सनातनी परम्परा है। लुटेरे-आक्रान्ताओं के आक्रमणों से उत्पन्न हजार वर्षों की अव्यवस्था के कारण अधिकांश सनातनी हिंदुओं में श्राद्ध के ठीक-ठीक विधानों की जानकारी न्यूनतम है साथ में …

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आप मैं हम और देश की आर्थिकी

देश मे एक संविधान है और हज़ारों कानून हैं जो यह सोच कर और मान कर घड़े लिखे गए हैं कि अथॉरिटीज तो देवता हैं और आम जनता चोर है डाकू है। ऑथोरिटी कदे भी गलत काम नही करती और कर सकती। देश ने एक कम्पनी बनती है जो बनते ही इनकम टैक्स कानून, GST कानून और कंपनीज एक्ट के तहत देश के संविधान के दायरे में काम करने लगती है। कम्पनी के लिए सरकार ने एक Statutary ऑडिटर का …

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कृषि हेतु देसी पेटेंट नुस्खे

कुंवर रविन्द्र राणा गोमूत्र : गोमूत्र में कीटों को भगाने एवं पौध बढवार (टॉनिक) के रूप में कार्य करने की शक्ति है। एक स्प्रे पंप में 250 मिली लीटर गोमूत्र प्रति 16 लीटर पानी में डालें | (कददू वर्गीय फसलों में 150 मिली लीटर गोमूत्र प्रति 16 लीटर पानी में डालें। मटका खाद : एक मटका खाद को 300 लीटर पानी में अच्छे से घोलकर इस विलयन को पौधे के पास जमीन पर देने से अच्छे परिणाम मिलते है (1 …

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मानस प्रभाती

डॉ अरविंद मिश्रा चित्रकूट पहुँचने के पहले श्रीराम ने मुनिवर वाल्मीकि से किसी निरापद स्थल के बारे में पूछा जहाँ वे सीता और लक्ष्मण के साथ वनवास का कुछ समय बिता सकें। मुनि वाल्मीकि उन्हें कुछ स्थलों की जानकारी दी और आप भी उन स्थलों के बारे में जानिए। सबु करि मागहिं एक फलु राम चरन रति होउ।तिन्ह कें मन मंदिर बसहु सिय रघुनंदन दोउ जिनके न तो काम, क्रोध, मद, अभिमान और मोह हैं, न लोभ है, न क्षोभ …

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चींटियों का सहज समझ ज्ञान

डॉ० जयवीर सिंह अध्यक्ष महर्षि सुश्रुत चिकित्सा संस्थानएवं वन्य जीव संरक्षण एवं अनुसंधान संस्थान वैज्ञानिकों ने पता लगाया है कि चींटियां अनाज और बीजों को जमा कर जमीन में रखने से पहले उन्हें दो टुकड़ों में तोड़ देती हैं। क्‍योंकि यदि दाना या बीज दो टुकड़ों में न टूटे, तो वह भूमि में उगकर पौधा बन जाएगा। उन्होंने हैरानी से कहा कि चींटियां धनिये के बीज को चार भागों में काटती हैं क्योंकि धनिये का एक ही बीज होता है …

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हनुमानजी की अद्भुत पराक्रम भक्ति कथा

जब रावण ने देखा कि हमारी पराजय निश्चित है तो उसने 1000 अमर राक्षसों को बुलाकर रणभूमि में भेजने का आदेश दिया ! ये ऐसे थे जिनको काल भी नहीं खा सका था! विभीषण के गुप्तचरों से समाचार मिलने पर श्रीराम को चिंता हुई कि हम लोग इनसे कब तक लड़ेंगे ? सीता का उद्धार और विभीषण का राज तिलक कैसे होगा?क्योंकि युद्ध कि समाप्ति असंभव है ! श्रीराम कि इस स्थिति से वानरवाहिनी के साथ कपिराज सुग्रीव भी विचलित …

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राम जेठमलानी की पुण्यतिथि पर विशेष

बात 2009 की है. मोहम्मद अली जिन्ना पर लिखी गई एक किताब का विमोचन हो रहा था. यह किताब भाजपा नेता जसवंत सिंह ने लिखी थी. देश-विदेश की कई बड़ी हस्तियां इस समारोह में उपस्थित थीं. प्रसिद्ध वकील राम जेठमलानी भी इनमें से एक थे. उन्होंने इस समारोह में कहा, ‘विभाजन का मुख्य कारण मोहम्मद अली जिन्ना नहीं, हरिचन्द्र नाम का एक कंजूस हिन्दू था.’ जेठमलानी के इस बयान ने सभी को चौंका दिया. यहां मौजूद इतिहासकार भी नहीं जानते …

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नागासाधू और अहमद शाह अब्दाली

जब अहमद शाह अब्दाली दिल्ली और मथुरा में मार काट करता गोकुल तक आ गया और लोगों को बर्बरतापूर्वक काटता जा रहा था. महिलाओं के साथ बलात्कार हो रहे थे, तब गोकुल में अहमदशाह अब्दाली का सामना नागा साधुओं से हो गया। कुछ 5 हजार चिमटाधारी पूज्य नागा साधु तत्काल सेना में तब्दील होकर लाखों की हबसी, जाहिल जेहादी सेना से भिड गए। पहले तो अब्दाली साधुओं को मजाक में ले रहा था किन्तु कुछ देर में ही अपने सैनिकों …

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