सनातन धर्म के सोलह संस्कार

भूमिका सनातन धर्म में सोलह संस्कारों यानि षोडश संस्कार का उल्लेख किया जाता है जो मानव को उसके गर्भाधान संस्कार से लेकर अन्त्येष्टि क्रिया तक किए जाते हैं। इनमें से विवाह, यज्ञोपवीत इत्यादि संस्कार बड़े धूमधाम से मनाये जाते हैं। वर्तमान समय में सनातन धर्म या हिन्दू धर्म के अनुयायी में गर्भाधन से मृत्यु तक सोलह संस्कार होते हैं। प्राचीन काल में जीवन के प्रत्येक महत्वपूर्ण चरण की शुरुआत संस्कार से आरम्भ की जाती थी। उस समय संस्कारों की संख्या भी लगभग चालीस थी। जैसे-जैसे समय बदलता गया तथा व्यस्तता बढती गई तो कुछ संस्कार स्वत: विलुप्त हो गये इस …

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