भारत के कोने कोने में बिजनेस क्रिएटिविटी के स्थानीय चैम्पियन बजा रहे हैं अपनी कामयाबी का डंका
यह साल 2005 था मैं राष्ट्रीय नवप्रवर्तन प्रतिष्ठान (National Innovation Foundation) के साथ मिलकर उत्तर भारत के ग्रामीण इलाकों में आविष्कारकों और परम्परागत ज्ञान धारकों की खोज करने का काम कर रहा था और इस काम में मुझे बहुत अनुभव हो गया था मेरी आँखें भीड़ में से कुछ छोटा सा भी अलग कुछ दिखाई दे तो उसे तुरंत पहचान जाया करती थी और उसके पीछे अक्सर कोई ना कोई आविष्कार मिल ही जाया करता था। ऐसे ही एक दिन अचानक मेरी आँख ने बिजनेस क्रिएटिविटी के चैम्पियन रामजी लाल को पकड़ा और फिर जीवन में बिजनेस क्रिएटिविटी नामक एक …