किसान अमरजीत शर्मा

किसान अमरजीत शर्मा जी सुबह पांच बजे अपने खेत मे सक्रिय हो जाते हैं और सुबह दस बजे तो वो वापिस अपने घर को चल देते हैं। हमारे जैसे बोतडू सुबह दस बजे दिन की शुरुआत करते हैं तब तक तो अमरजीत शर्मा जी अपना पूरा दिन लगभग दी एन्ड कर चुके होते हैं। सुबह सुबह का प्रकृति का जो नज़ारा होता है और जैविक खेत जो अपने आप सारी बातें बोलता है के साथ संवाद करना कितना सुकून का काम है इसका अंदाजा किसान अमरजीत शर्मा जी के साथ बातचीत करके लगाया जा सकता है। सुबह सुबह खूब पसीने …

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जायफल और जावित्री की काश्त और इनके गुण धर्म इत्यादि

प्रकृति के अनुपम उपहार हैं जायफल। इसे हम मसाले में प्रयोग करते हैं। मिरिस्टिका नामक वृक्ष से जायफल तथा जावित्री प्राप्त होती है। मिरिस्टिका प्रजाति की लगभग 80 जातियां हैं, जो भारत, आस्ट्रेलिया तथा प्रशांत महासागर के द्वीपों पर उपलब्ध हैं। मिरिस्टिका वृक्ष के बीज को जायफल कहते हैं। इस वृक्ष का फल छोटी नाशपाती के रूप का एक इंच से डेढ़ इंच तक लंबा, हल्के लाल या पीले रंग का गूदेदार होता है। पकने पर फल दो खंडों में फट जाता है और भीतर सिंदूरी रंग की जावित्री दिखाई देने लगती है। जावित्री के भीतर गुठली होती है, जिसके …

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नाना साहब पेशवा की दत्तक पुत्री मैना कुमारी के बलिदान की कहानी।

3 सितम्बर 1857 बिठूर में एक पेड़ से बंधी 13 वर्ष की लड़की को, ब्रिटिश सेना ने जिंदा ही आग के हवाले किया, धूँ धूँ कर जलती वो लड़की, उफ़ तक न बोली और जिंदा लाश की तरह जलती हुई, राख में तब्दील हो गई। ये लड़की थी नाना साहब पेशवा की दत्तक पुत्री मैना कुमारी जिसे 160 वर्ष पूर्व, आज ही के दिन, आउटरम नामक ब्रिटिश अधिकारी ने जिंदा जला दिया था। जिसने 1857 क्रांति के दोरान, अपने पिता के साथ जाने से इसलिए मना कर दिया, की कही उसकी सुरक्षा के चलते, उस के पिता को देश सेवा …

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छोटे काम का बड़ा नतीजा पेंटर और नाव वाला किस्सा

एक आदमी ने एक पेंटर को बुलाया और अपनी नाव दिखाकर कहा कि इसको पेंट कर दो । पेंटर ने उस नाव को लाल रंग से पेंट कर दिया जैसा कि नाव का मालिक चाहता था। फिर पेंटर ने अपने पैसे लिए और चला गया । अगले दिन, पेंटर के घर पर वह नाव का मालिक पहुँचा और उसने एक बहुत बड़ी धनराशि का चेक उस पेंटर को दिया। पेंटर भौंचक्का हो गया और पूछा ये इतने सारे पैसे किस बात के हैं ?मेरे पैसे तो आपने कल ही दे दिया थे । मालिक ने कहा भाई, ये पेंट का …

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राम जेठमलानी जी का एक किस्सा ये भी

अनिल जैन पूरे 97 बरस तक जीने के बाद राम जेठमलानी दो साल पहले आज ही के दिन अपनी व्यस्ततम दिनचर्या में से समय निकाल कर खर्च हो गए थे । देश के सबसे वरिष्ठ, सबसे महंगे, सबसे मुंहफट, सबसे चर्चित और सबसे विवादास्पद वकील के तौर पर जाने गए राम जेठमलानी देश के न्यायिक इतिहास में एकमात्र ऐसे वकील रहे जिन्होंने महज 17 साल की उम्र में एल.एल.बी. की डिग्री लेकर वकालत की सनद हासिल की थी । अंदाजा लगाया जा सकता है कि वे बचपन में भी कितने प्रतिभाशाली रहे होंगे । जिस समय उन्होंने एल.एल.बी. पास की …

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रेज़ांग ला में लड़ने वाली चार्ली कंपनी का हर जवान हीरो था

राजीव पुरोहित बात फ़रवरी 1963 की है. चीन से लड़ाई ख़त्म होने के तीन महीने बाद एक लद्दाखी गड़ेरिया भटकता हुआ चुशूल से रेज़ांग ला जा पहुंचा। एकदम से उसकी निगाह तबाह हुए बंकरों और इस्तेमाल की गई गोलियों के खोलों पर पड़ी. वो और पास गया तो उसने देखा कि वहाँ चारों तरफ़ लाशें ही लाशें पड़ी थी वर्दी वाले सैनिकों की लाशें। “किसी की राइफ़ल टूट कर उड़ चुकी थी, लेकिन उसका बट उसके हाथों में ही था। हुआ ये था कि लड़ाई ख़त्म होने के बाद वहाँ भारी हिमपात हो गया और उस इलाके को ‘नो मैन्स …

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औद्योगिक राष्ट्र भारत के पुनर्जागरण का सबूत है देसी ब्रांड त्रिंजन

भारत कभी भी कृषि प्रधान देश नही था। भारत की गली गली घर घर में इंडस्ट्री थी। भारत में कोई भी जगह ऐसी नही है जहां की कोई चीज मशहूर न हो।पुराने किसान बताते हैं कि अक्टूबर से मार्च तक उन्हें सर उठाने तो दूर मरने की भी फुर्सत नही मिलती थी क्योंकि गुड़ बनाने का काम बहुत जोरशोर और दिल लगा कर किया जाता था। कृषि का सारा सामान परिष्कृत रूप में गांव से बाहर निकलता था। किसान का पूरा परिवार मूल्यवर्धन और संबंधित व्यवस्थाओं में लगा रहता था।पंजाब के फरीदकोट जिले के कोटकपूरा टाउन में रहने वाले सरदार …

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खेती विरासत मिशन के मंथन से उपजा है देसी ब्रांड त्रिंजन

माता गुरचरण कौर जी कहती हैं कि मैं चरखा चला कर सूत कातने के साथ साथ अपना दुःख काट लेती हूँ।इस चरखे का महत्व हम न खुद समझ सके और न देश की मुख्य धारा में इसको शामिल कर सके।हमारे गांवों में बसे बढई देवता किस स्तर के सिद्धहस्त और तकनीकी लोग हैं। इसका पता उनके बनाये हुए यंत्रों को देख कर पता चलता है। हमने अपने पूरे एजुकेशन सिस्टम को सिर्फ नौकरी मांगने वाले बेरोजगार बनाने के हिसाब से क्रिएट किया है।गांधी जी मे चरखा चला कर आत्मिक बल आ जाया करता था लेकिन हमने चरखे का मूल्य नही …

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जहर में डूबते पंजाब को उबारने में लगे बाबा उमेन्द्र दत्त

ये बाबा Umendra Dutt जी हैं जो जैतो पंजाब में रहते हैं। पंजाब जैसे जहर मे चौबीस घंटे डूबे प्रदेश को साल 2005 से बाहर उबारने में जुटे हैं। इनका किया हुआ काम पंजाब में नज़र आता है। मुझे कोई साल भर में एक आध बार इनसे रूबरू होने का मौका मिल ही जाता है। दिन भर ये भी मेरी तरह खूब कीबोर्ड पीटते हैं।शाम को ये लैपटॉप को उसकी जगह से उठा कर नई पोजिशन में सेट कर लेते हैं और पीठ सीधी करते करते अपनके काम करने लगते हैं।यहां पर कोई कृपया ज्ञान न दे, ये संतों की …

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