
छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले मे स्थित ढोलकल पहाड़ पर लगभग 3000 फीट ऊँचाई पर स्थित भगवान गणेश जी की प्रतिमा स्थापित है।
सन् 2012 से यह जगह प्रसिद्ध हुयी जब एक पत्रकार ने इस जगह की फोटो को प्रकाशित की, तब तक सम्भवतः स्थानीय निवासियों को ही इस स्थान के बारे मे जानकारी रही होगी।
पुरातत्वेताओ के अनुसार भगवान गणेश की यह प्रतिमा 10वीं- 11वीं शताब्दी की है।
यह स्थान दंतेवाड़ा जिला मुख्यालय से लगभग 18 km दूरी पर स्थित है,तथा निकटतम ग्राम फरसापाल है, जिसका नाम इस स्थान के निकट हुए भगवान गणेश एवं ऋषि परसुराम के मध्य हुए युद्ध के कारण होना बताया जाता है।
ग्राम फरसापाल से ढोलकल पहाड़ की दूरी 4 km है जो की कच्चा रास्ता है पर कार भी पहाड़ की तलहटी तक आसानी से पहुँच जाता है।
पहाड़ के नीचे गाइड भी आपको मिल जाते हैं, चूंकि यह पहाड़ अत्यधिक घने जंगल से घिरा हुआ है इसलिए गाइड ले जाना श्रेयस्कर है अन्यथा घने जंगल की पगडंडियों मे खो सकते हैं।
पहाड़ के नीचे कुछ टेंट भी लगे होते हैं तथा यदि आप वहाँ पहाड़ चढ़ने के पूर्व भोजन बना कर रखने बोले तो सशुल्क उसकी भी व्यवस्था हो जाती है।
ढोलकल पहाड़ मे लगभग 3 km की ट्रैकिंग कर 3000 फीट की ऊँचाई पर स्थित भगवान गणेश की इस अद्भुत प्रतिमा के दर्शन किये जा सकते है। पहाड़ के शिखर पर पहुंचने के 200-300 फुट पूर्व से चट्टानों में चढ़कर जाना होता है। जो काफी खतरनाक है क्यूंकि सीढ़ियां नहीं है और भगवान गणेश की मूर्ति जिस चट्टान पर है वो मुख्य पहाड़ से थोड़ा अलग हटकर है, लकड़ी के 1 फुट चौड़े और लगभग 10 फुट लंबे पटिया पर चलकर जाना होता है और दोनों तरफ खाई है।
इस 3 किलोमीटर की ट्रैकिंग मे आपको विविध प्रकार के चिड़ियों की आवाज, पहाड़ से बहते पानी की आवाज थकान का अनुभव नही होने देती हैं। वर्षा ऋतु के पश्चात् इस जगह जाना उपयुक्त है
दंतेवाड़ा छ.ग. राज्य की राजधानी रायपुर से सड़क मार्ग से अच्छी तरह जुड़ा हुआ है, तथा दोनो के बीच की दूरी लगभग 360 km है एवं दोनो के शहरों के मध्य नियमित बस चलती हैं…