धर्म सापेक्षता धर्म निरपेक्षता और साम्प्रदायिकता

बड़े वर्षों तक धर्मनिरपेक्ष शब्द को साम्प्रदायिक के सामने रख कर लोगों को अपने कर्तव्य पथ से डिगा कर मंडी में तब्दील करने का कुत्सित प्रयास व्यवस्था के द्वारा किया जाता रहा है। धर्म सापेक्षता और धर्म निरपेक्षता आपने सामने के शब्द हैं जबकि साम्प्रदायिकता टुच्चा कांसेप्ट है जिसका सापेक्षता और निरपेक्षता से किसी तरह का भी लेना देना नही है। हमारे पुरखों ने धर्म की रक्षा के लिए सर कटवाए, धन संपत्तियां छोड़ी,जमे जमाये कारोबार छोड़े, रावी सिंध चिनाब जैसे दरिया छोड़े लेकिन अपना धर्म बचा लाये। लोग यहां अभी दाल फुल्के के जुगाड़ में लगे थे के षड्यंत्रकारियों …

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